करोड़ो भव के संचित कर्म तप से क्षय हो जाते है : संयत मुनिजी 

May

मेघनगर@लोहित झामर

जीव को वैराग्य की भावना होनी चाहिये दुनिया का सही स्वरूप समझना हो तो दुनिया से बाहर निकालना होगा अधिकांश लोगो को जो दिखता है उसे सुख मानते है पिछले जन्म में कैसे कर्म किये ये तो इस जन्म में हमारे द्वारा किये कर्मो को देख कर समझना है और उन्हें क्षय करना जरूरी है, नहीं तो भव भव विभिन्न योनियों में जन्म लेकर किये कर्मो को भोगना पड़ेगा। 

मनुष्य जन्म में तप करने की जरूरत है हर भव मनुष्य जन्म मिले ये पक्का नही है कर्म क्षय मनुष्य जन्म में ही होंगे तप करना सहज नही है देव गुरु धर्म पर श्रद्धा से ही तप संभव है। इस बार मौका अच्छा है अर्पित सोनी इसके एक चमत्कारी उदहारण है। जिन्होंने पहली बार 11 उपवास की तपस्या की एवं उनके तप में उनकी पत्नी अर्चिता सोनी ने भी तप सहायिका बनकर सहजोड़े 11 उपवास की तपस्या पूर्ण की। शेखर खेमेसरा 8 छजलानी 8 प्रयाग सोनी 5 उपवास की बोली लेकर दोनो का बहुमान किया। साथ ही काकीसा साधना सोनी ने 9 उपवास की तपस्या पूर्ण की। खुशी चौधरी  ने 8 उपवास की बोली लेकर बहुमान किया संघ ने संघ भेंट देकर तप की बोली से तीनो तपस्वियों का बहुमान किया। तपस्या के उपलक्ष्य में प्रवीण जी विजेंद्र जी अभय जी सोनी परिवार द्वारा संघ में दान राशि दी गई साथ प्रभावना भी वितरित की तीनो की तपस्या पर श्रीमती रमिला शांतिलालजी श्रीमार द्वारा एवम आरव भंडारी के जन्मदिन पर कांतिलालजी अंकितजी भंडारी द्वारा प्रभावना वितरित की गई।

तीनो तपश्वि की तपश्या पर परिवार द्वारा चोवीसी का आयोजन भी किया गया।श्री वर्धमान श्रावक संघ के उपाध्यक्ष विनोंद जी बाफना ने अपने जन्मदिवस के अवसर पर 21000/-रुपये की राशी जीवदया समिति को प्रदान की साथ ही आरव अंकितजी भंडारी का भी आज जन्मदिन है उनके जन्मदिन पर 3100 की दान राशि जीवदया में कांतिलालजी भंडारी परिवार द्वारा दी गई दोनो ने अवतरन दिवस को सार्थक बनाया।

स्नेहलता वागरेचा 30 प्रीतीजी धोका, कु.दर्शना नाहटा, सुमित ब्रिजवानी 28 उपवास के प्रत्यख्यान ग्रहण किये। कमलेशजी भंडारी 12 उपवास, सीमाजी जैन,कु. सिद्धि वागरेचा 11 उपवास, सुरेन्द्र कटारिया, राहुलजी वागरेचा, साधना सोनी 10 उपवास सुदर्शन मेहता, प्रज्ञा भंडारी उपवास, तृप्तिजी बड़ोला 7 उपवास, निताजी जैन 6 उपवास साथ ही सिद्धितप, धर्मचक्र, एकासन मास खमण, कई तप आराधना निरंतर गतिमान है। तेले की लड़ी में प्रमिला ओरा का तेला चल रहा है।

मेघनगर श्री संघ में आगामी 8 अगस्त से सामूहिक सिद्धितप तप की आराधना होने जा रही है। पूज्य श्री के दर्शन, वंदन के लिए आज संतरोड, नागदा धार, संजेली, रतलाम, कल्याणपुरा, झाबुआ,थांदला, कई श्रावक,श्राविका पधारे सभी के आतिथ्य सत्कार की व्यवस्था श्री संघ द्वारा श्री महावीर भवन पर की गई।कार्यक्रम का संचालन विपुल धोका ने किया