शोर्य दलों की कार्यशाला में दी जागरूक रहने की जानकारी

May

झाबुआ लाइव के लिए मेघनगर से भूपेंद्र बरमंडलिया की रिपोर्ट-
मेघनगर के कम्यूनिटी हाल में आज महिला बाल विकास विभाग के माध्यम से शोर्य दलों की कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला के आयोजन का मुख्य उद्देश्य  कुपोषण, महिला सुरक्षा, लालिमा अभियान, शौचालय निर्माण, बाल विवाह, दहेज प्रथा, लैगिग अपराध आदि के बारे में लोगो को जागरूक करना प्रमुख था। मुख्यत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य आगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से शोर्य दल का गठन किया जाता है। प्रदेश की महिलाओं को उनके अधिकार व बराबरी का हक दिलाने के उद्देश्य से प्रदेश में शौर्या दल योजना शुरू की गई है। इस कड़ी में आज इस कार्यशाला का आयोजन रखा गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम सरस्वती माता की  प्रतिमा पर पुष्पमाला अर्पित कर हुई। महिला सशक्तिकरण अधिकारी लीला परमार ने अपने शब्दों में कहा की महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शोर्या दल का गठन किया गया है। इस आयोजन के माध्यम से गांवों एमें जागरूकता लाने का कार्य इस दल के सभी सदस्य करेंगे जो यहा हमने सिखा है उसकी जानकारी अपने गाव वालो को भी समझाइश देंगे। इस आयोजन में जिला कार्यक्रम अधिकारी रणजीत जमरा ने कम उम्र में विवाह  होने से होने वाले बच्चे  भी  स्वस्थ नही  होगे और मां के स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा असर होगा। महिला सशक्तिकरण जिला अधिकारी चौहान ने कहा की महिलाओ के साथ होने वाले अत्याचार तभी कम हो सकते है जब हम जागरूक होगे इसलिए सर्वप्रथम हम जागरूक हो तथा अपने लोगो को भी जागरूक करे। इस अवसर पर विभिन्न योजनाओ की जानकारी भी प्रदान की गई। इस कार्यशाला में  सुपरवाईजर अमिता सोलंकी, अनीता कटारा एरेवा ग्रेवाल, मंगी पाल, दिव्या चरपोटा, इसीसी समन्वयक लक्ष्मी मचार, तारा सिंघाडिय़ा सहित सरपंच सचिव महिला पंच, आगनवाडी कार्यकर्ता तथा शोर्य दल के सदस्य आशा कार्यकर्ता भी उपस्थित थी आभार व्यक्त मेघनगर पर्यवेक्षक अर्चना सांकते ने किया।