यूनिसेफ व वसुधा विकास संस्थान ने ग्रामीणों को शिक्षा, स्वास्थ्य, टीकाकरण का दिया सन्देश

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भूपेंद्र बरमडंलिया, मेघनगर
जिले में शिक्षा का सत्र शरू हो चुका है। झाबुआ अंचल के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में संचालित समस्त शासकीय और निजी विद्यालयों में प्रवेशोत्सव के माध्यम से सैकडों बालक-बालिकाओं को प्रवेश कर रहे है जो कि शिक्षा के क्षेत्र में शासन-प्रशासन और स्थानीय स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा बनाई गई प्रभावी शिक्षा रणनीतियों और चलाये जा रहे जागरूकता अभियानों का एक सार्थक परिणाम है किन्तु जिले को शत-प्रतिशत शिक्षित करने के लिये इस दिशा में कई और प्रयास किये जाने अभी शेष है इस बात में कोई अतिश्योक्ति नहीं है। प्रतिवर्ष जिले में कई बालक-बालिकाओं को बीच में ही अपनी पढाई छोड देनी पडत़ी है जिसका मुख्य कारण सुदूर क्षेत्रों में रोजगार हेतु पलायन और कम उम्र में विवाह है। इस बात में कोई दोराहा नहीं है कि जिला प्रशासन द्वारा बाल विवाह और पलायन रोकने हेतु समय-समय पर चलाये गये अभियानों और प्रभावी रणनीतियों से पहले की तुलना में वर्तमान में बाल विवाह, पलायन आदि में अपेक्षाकृत कमी आई जो कि जिला प्रशासन की एक प्रशंसनीय उपलब्धि है। ग्रामीण बालक-बालिकाओं को शिक्षा के प्रति जागरूक करने, बाल विवाह के प्रति जन समुदाय को संदेश देने, शत-प्रतिशत टीकाकरण करवाने और किशोरियों को आयरन की गोलिया सेवन करने करने, ग्रीष्मकालीन मौसम में जल संरक्षण करने हेतु प्रेरित करने के उददेश्य से यूनिसेफ और वसुधा विकास संस्थान द्वारा ग्राम नरसिंहपुरा में मान्दल यात्रा का आयोजन किया गया जिसमें वसुधा संस्था द्वारा गांव में बनाई गई किशोर-किशोरियों की मान्दल टोली ने गांव में छोटी सी यात्रा कर उक्त सभी विषयों पर जन समुदाय को संदेश दिया। साथ ही साथ आगामी चुनाव में सभी को वोट देने के लिये भी आग्रह किया। यूनिसेफ और वसुधा संस्था द्वारा आयोजित मान्दल टोली की इस अनोखी जागरूकता यात्रा की शुरूआत माध्यमिक विद्यालय से हुई जहा विद्यालय के प्राचार्य केपी सिंह एवं प्रधानाध्यपिका अन्ना कटारा ने तिलक लगाकर मान्दल जागरूकता यात्रा को अनोखी पहल के लिये शुभकामनाएं दी। मांदल टोली की इस जागरूकता यात्रा ने गाव में फलिये-फलिये भ्रमण करते हुये शिक्षा, स्वास्थ्य, बाल विवाह, जल और पर्यावरण संरक्षण हेतु जन समुदाय को सहयोग करने हेतु प्रेरित किया और अपने गांव पंचायत के साथ सम्पूर्ण जिले को स्वच्छए सुन्दर बनाने में शासन-प्रशासन को सहयोग करने हेतु आगे आने के लिये संकल्प लिया। यूनिसेफ और वसुधा विकास संस्थान के तत्वावधान एवं संस्था के परियोजना समन्वयक अरूण कुमार शर्मा के दिशा निर्देशन में आयोजित मांदल टोली की। इस जागरूकता यात्रा में किशोर.किशोरियों के साथ शासकीय माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक यमनसिंग खपेड, विजया विलवाल, नर्मदा चौहान, आंगनवाडी कार्यकर्ता रजनी बारिया, आशा कार्यकर्ता आशा बारिया, यात्रा का नेतृत्व कर रही मांदल माही टोली की किशोरी बालिका पूजा प्रताप, पायल सहित अनास टोली के आकाश बारिया, गिरीश बारिया, राजेश बारिया सहित संस्था के कार्यकर्ताओं रणवीर सिसौदिया, कमीता डामोर, उमेश मेड़ा ने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया।

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