पात्रता पर्ची नहीं होने से लगभग 5 हजार परिवारों को राशन नहीं, विधायक वीर सिंह भूरिया ने असहाय परिवार के लिए उठाई आवाज

May

भूपेंद्र बरमंडलिया, मेघनगर


एक ओर कोरोनावायरस का संकट तो दूसरी ओर गरीब परिवारों के ऊपर पेट पालने का संकट इन दिनों सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत पीओएस मशीन से राशन सामग्री वितरण की व्यवस्था उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन गई है। उचित मूल्य की दुकानों पर पीओएस मशीन उपभोक्ताओं को गच्चा दे रही है। उपभोक्ताओं के अंगूठे के निशान पीओएस में मेल नहीं खाते हैं। इस कारण कुछ उपभोक्ताओं को बिना राशन सामग्री के लौटाया जा रहा है तो कुछ के परिवारों के अंगूठे के मिलान से काम चलाया जा रहा है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत जब हमने ग्राउंड जीरो पर सब किया तो 5000 से अधिक परिवार अनाज ना मिलने की मुसीबत का सामना कर रहे हैं। थांदला विधानसभा की लगभग 45 उचित मूल्य की दुकानों से राशन सामग्री का वितरण किया जा रहा है। खाद्यान्न पर्ची ना होने का कारण गरीब परिवारों के ऊपर बड़ा संकट खड़ा हो गया है एक ओर प्रदेश के मुखिया घर घर गेहूं चावल एवं राशन पहुंचाने का आदेश दे चुके हैं तो वहीं झाबुआ जिले के थांदला विधानसभा में स्थिति इसके विपरीत नजर आ रही है।
ऐसे मेंं गरीबों को सस्ता खाद्यान्न नहीं मिल पा रहा है। इनमें कई उपभोक्ताओं को 2 महीने तो कई उपभोक्ताओं को 3 माह से राशन सामग्री नहीं मिल पा रही है। जिन उपभोक्ताओं के पीओएस मशीन पर अंगूठे के निशान मेल नहीं खा रहे ए उनसे आधार कार्ड और समग्र आईडी दोबारा मांगी गई थी। अधिकांश उपभोक्ताओं ने आधार कार्ड के साथ समग्र आईडी का सत्यापन करवा लिया है। लेकिन कागजी कार्रवाई में समय लगता है इस कारण छह माह से राशन से वंचित उपभोक्ताओं की समस्या जस की तस बनी हुई है। राशन नहीं मिलने की बात पर उचित मूल्य की दुकान पर उपभोक्ता और वितरकों के बीच दिन में कई बार विवाद की स्थिति बन रही है।इस ओर क्षेत्रीय विधायक वीर सिंह भूरिया इस संबंध में खाद्य विभाग और कलेक्टर को भी इसकी शिकायत कर चुके हैं। अब देखना होगा कि गरीबों के दिन सुधारते हैं या फिर दो वक्त की रोटी के लिए परिवार दर.दर की ठोकरे खाएंगे।

यह बोले जिम्मेदार अधिकारी-
जिन लोगों की लिस्ट पोर्टल के माध्यम से हमें प्राप्त हुई है उन्हें खाद्यान्न पर्ची के हिसाब से पूर्णता राशन दिया जा रहा है जिन व्यक्तियों के अंगूठे मैच नहीं हो रहे हैं उनके परिवार के किसी भी एक सदस्य का अंगूठा मैच कर उन्हें भी खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। विधायक का पत्र कलेक्टर साहब को प्राप्त हुआ है जैसे भी आदेश आगे के रहेंगे उसका पालन किया जाएगा।– कनिष्ठ खाद्य आपूर्ति अधिकारी धर्मेंद्र सिंह