पिंजरे में कैद हुए दो तेंदुए, कट्ठीवाड़ा के जंगल में छोड़ने की तैयारी

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आकाश उपाध्याय/सुनील खेड़े

जोबट वन विभाग परीक्षेत्र के पानगोला बीट से लगे ग्राम छोटीझिरी में दंपती और उसके मासूम बच्चे पर हमला करने वाला तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया। खास बात यह है कि वन विभाग ने छोटी झिरी क्षेत्र में दो पिंजरे लगाए थे और दोनों में ही एक एक तेंदुआ कैद हुआ है।

 

जोबट वन विभाग परीक्षेत्र के अंतर्गत पानगोला बीट के अंतर्गत छोटीझिरी में 2 दिन पहले याने सोमवार-मंगलवार की दरमियान रात्रि में एक कच्चे मकान पर छलांग लगाकर मकान के अंदर घुसा तेंदुआ ने एक परिवार पर जानलेवा हमला किया था। हमले में 15 दिवसीय के रुद्राक्ष की जान चली गई थी। उसके माता-पिता गंभीर रूप से घायल हुए थे, जिनका उपचार जारी है। घटना के बाद वन विभाग की टीम हरकत मे आई और ग्राम छोटीझिरी के आसपास जंगल में दो अलग-अलग जगह पर तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए थे। जिसमें  राला मंडल इंदौर रेस्क्यू टीम के सहयोग से बीती रात को दोनों ही जगह एक एक तेंदुए के पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। जिसमें 1 लगभग डेढ़ साल का बताया जा रहा है जबकि दूसरा तेंदुआ की उम्र ज्यादा होने की आकलन की जा रही है इस क्षेत्र में और तेंदुए होने की आशंका भी जताई जा रही है।

पकड़े गए तेंदुए को कट्ठीवाड़ा के घने जंगल में छोड़ने की व्यवस्था की जा रही है। वन परिक्षेत्र अधिकारी रितिका यादव, वनरक्षक भुरसिह चौहान, जितेंद्र जमरा, धर्मेंद्र चौहान, पंकज मंडलोई, समरथ चौहान, सुमेर सिंह कनेश, दल सिंह भूरिया, राहुल डामोर, दीपक वास्कला के साथ ही इंदौर रालामंडल टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा।