पुलिस की छवि सुधारने में जुटे सब इंस्पेक्टर भागीरथ बघेल

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झाबुआ लाइव के लिए खवासा से अर्पित चोपड़ा की रिपोर्ट-
अमूमन पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों पर रुखे व्यव्हार के आरोप लगाए जाते है जिस पर कई बड़े पुलिस अफसर अपने अधीनस्थों को जनता से मित्रवत व्यवहार रखने और जनता के साथ मिलकर काम करने की नसीहत भी देते है। इन दिनों झाबुआ जिले के पुलिस कप्तान भी लगातार दौरे कर अपराधों पर अंकुश लगाने और पुलिस की छवि को बेहतर बनाने हेतु हर संभव प्रयास कर रहे है किन्तु हमारे बीच एक पुलिस सब इंस्पेक्टर ऐसे भी है जो लोगों को अपनी एक्टिवनेस, व्यव्हार कुशलता, न्यायप्रियता से अपनी और आकर्षित कर रहे है जिनसे अपराधी तो खौफ खाते है किंतु आम जनता उन्हें अपनी बात बेखौफ बताती है। जी हां, हम बात कर रहे है खवासा चौकी प्रभारी भागीरथ बघेल की जो खवासा क्षेत्र की जनता की आशा अनुरूप कार्य कर पुलिसिया छवि सुधारते हुए जनता को अपनी कार्यशैली से प्रभावित कर रहे है ।
व्यव्हार कुशलता के साथ सख्त भी
सब इंस्पेक्टर भागीरथ बघेल एक और जहां बेहद व्यवहार कुशल है वही दूसरी ओर बेहद सख्त भी। वे छोटे-छोटे बच्चों से भी वैसी ही विनम्रता से बात करते है जैसी अपने बड़े अफसरों से। हर पीडि़त की बात को ध्यान से सुननाए उचित कार्रवाई के साथ पीडि़त को सांत्वना देना लोगों को विशेष आकर्षित कर रहा है। दूसरी ओर अपराधी के प्रति उनका सख्त रवैया क्षेत्र के आम जनमानस में पुलिस के प्रति विश्वास और मन में सुरक्षा की भावना पैदा कर रहा है। अपराधी पर वे सख्त से सख्त कार्रवाई के पक्ष में होते है चाहे अपराधी किसी भी राजनितिक पार्टी से जुड़ा हो या कितना ही खतरनाक और प्रभावी ही क्यों न हो। अपराधियों को सजा दिलवाना उनकी प्राथमिकता में शामिल है। अपराधियों और फरार स्थायी वारंटी को पकडऩे के लिए लगातार दबिश भी देते रहते है। सब इंस्पेक्टर बघेल अपने क्षेत्र में होने वाले ऐसे धार्मिक.सामाजिक आयोजन जिनमे बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होने की सम्भावना हो उनमे बिना किसी सुचना के पंहुच जाते है। वहां की सुरक्षा व्यवस्थाए ट्रैफिक व्यवस्था को देखते हुए आवश्यक होने पर कई दौरे भी करते है। बघेल की उक्त कार्यशैली जनता को अपनत्व प्रदान कर रही है।
देते है एक मौका-
कई मर्तबा छोटे छोटे पारिवारिक विवाद चौकी तक पहुंच जाते है जिनमे बेहद मामूली बातों पर परिवार के सदस्य अपने ही परिवार के खिलाफ खड़े हो जाते है। ऐसे में सब इंस्पेक्टर भागीरथ बघेल एक समन्वयक की भूमिका निभाते हुए चौकी पर पहुंचने वाले लोगों को समझाइश देते है। उन्हें कोर्ट-कचहरी से होने वाले आर्थिक-सामाजिक नुकसानों को समझाते हुए कुछ समय देते हैए फिर भी न मानने पर आगे कार्रवाई की जाती है।
योग्यता से पाए प्रमोशन
आरक्षक के पद से पुलिस सेवा में कदम रखने वाले भागीरथ बघेल अपनी योग्यता के आधार पर प्रमोशन पाते पाते आरक्षक से प्रधान आरक्षक, प्रधान आरक्षक से असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, असिस्टेंट सब इंसपेक्टर से सब इंसपेक्टर बने है। वे 2015 में खंडवा जिले से प्रमोशन पाकर सब इंस्पेक्टर के रूप में झाबुआ जिले में पदस्थ हुए है। अपने अधीनस्थों का अपने परिवार के रूप में ख्याल रखने उनकी भावना को समझने की के हुनर के कारण बघेल का स्टाफ भी इनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलता है। छोटी सी सूचना पर जनता के बीच पहुंचना भागीरथ बघेल की आदत में शुमार है। स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत मिशन से खासे प्रभावित सब इंस्पेक्टर बघेल निजी तौर पर समय समय पर कई स्थानों पर लोगों को जागरूक करते भी देखे जा सकते है