झाबुआ Live अलर्ट: कहीं भारी न पड़ जाए पंपावती से यह बचपना..

- Advertisement -

सलमान शैख़@ झाबुआ Live
सावधान! पंपावती नदी के जलस्तर को कम आंकना मौत को दावत देना साबित हो सकता है। चेतावनी को नजरअंदाज कर पंपावती में अठखेलियां करने का जोखिम उठाने वाले कई लोग मौत के मुंह में समा चुके हैं, मगर इन हादसों से बेपरवाह पेटलावद के बच्चे पंपावती में नहाने से बाज नहीं आ रहे हैं। लगातार बढ़ रहे नदी के जलस्तर से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। किसी भी आपदा को आने से रोका तो नहीं जा सकता है, लेकिन पूर्व आपदा प्रबंधन के जरिये इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। क्षैत्र में मूसलधार बारिश से कई जगह नुकसान की घटनाएं हो रही हैं। इस तरह की घटनाओं को रोका तो नहीं जा सकता है, लेकिन पूर्व आपदा प्रबंधन के जरिये नुकसान को कम जरूर किया जा सकता है।
बता दे कि लगातार भारी बारिश से नदियां और नाले उफान पर हैं। पंपावती नदी सहित क्षैत्र की प्रमुख नदीयो का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है, फिर भी लोग एहतियात न बरतते हुए नदी के आस-पास जा रहे हैं और नदी पर बने रपट पर घुटनो तक पानी होने के बाद भी उसे पार कर अपनी जान जोखिम में डाल रहे है। इतना ही नही लोग बेखौफ होकर नदियों में नहाने के लिए जा रहे हैं, जो उनके जीवन पर भारी पड़ सकता है।
यही वजह है कि हमारी थोड़ी सी असावधानी किस तरह जीवन पर भारी पड़ सकती है। ऐसी घटनाओ से यह सबक जरूर मिलता है। प्रशासन को चाहिए कि नदी नालों के आसपास रहने वाले लोगों को वहां से हटाया जाए। तेज बारिश होने से कई घरों को भी खतरा पैदा हो गया है।
पंपावती नदी में नहाने कूदे दो युवक-
आज सुबह से बरसे पानी के बाद पंपावती नदी में अचानक पानी बढ़ा और दो युवक उफान पर आई नदी में नहाने के लिए दौड़ पड़े। माना कि युवाओ में जोश और जूनून बहुत रहता है, लेकिन यह जोश और जुनून कभी-कभी भारी भी पड़ सकता है। बच्चे संभावित खतरे को नजरअंदाज करके पंपावती की गहराई मापने की गलती कर रहे हैं। मेला ग्राउंड स्थित पुल से छलांग लगाकर दो युवको ने उफान पर आई नदी से तेरकर पार तो कर लिया, लेकिन सवाल यह है कि ऐसे में अगर दोनो में से किसी एक को भी कहीं चोट लग जाती और वह बह जाता तो फिर इसका जिम्मेदार कौन होता?
सेल्फी का जूनून भी पड़ सकता है भारी-
नगर से गुजर रही पंपावती नदी का पानी देखने के लिए यहां बड़ी संख्या में पहुंच रहे है। यहां पानी के पास जाने पर के लिए प्रशासन द्वारा किसी प्रकार के कोई सुरक्षा के इंतजामात नही किए है। जिससे लोग रपट के पास पहुंच रहे है। जहां जरा सी चूक जान जोखिम में पड़ जाती है। यहां मनमोहक नजारो को पास से देखने की चाह और खुद सेल्फी लेना लोगो की परेशानी पैदा कर देती है। यहां आज ल ऐसे ही नजारे देखने को मिले। जिसमें युवा अपनी जान की परवाह किए बिना ही उफान के पानी के पास पहुंचकर सेल्फी ले रहे थे। कई हादसों के बावजूद नदी के किनारे जाकर लहरों में जाकर नहाना व फोटो खिंचवाने के शौक का जनून बच्चों में कम नहीं हो रहा, जिससे यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
और इधर भी लापरवाही-
लगातार हो रही बारिश से ग्रामीण क्षैत्रो में नदी-नाले उफान पर आ गए है। ऐसे में हादसे की आशंका बन गई है। कई जगह ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर पुल और रपटो को पार कर रहे है। प्रशासन द्वारा अभी तक सुरक्षा के कोई माकुल इंतजामत नही किए गए है, जिससे हर समय इन रपटो पर हादसे की आशंका बन रही है। कई जगह मार्ग के बीच बह रहे नदी-नालो के ऊपर लापरवाही के नजारे भी देखने को मिली। रपट पर पानी होने के बावजूद दो पहिया और चार पहिया वाहन धड़ल्ले से गुजरे। जो लापरवाही बयान करती है। बारिश में तमाम हादसो से ना तो लोग सबक लेने को तैयार है और न ही प्रशासन। ऐसे में नालो पर न तो आपदा प्रबंधन की टीम पहुंच रही है और न ही सुरक्षा। मालूम हो कि पिछले दिनो ही रामगढ़ में एक बुजर्ग लाडक़ी नदी में बह गए थे, जिसके बाद बुधवार सुबह उनका शव बरामद हुआ, लेकिन उसके बावजूद लोग सबक लेने को तैयार नही है।
मामले को लिया जाएगा गंभीरता से-
इस संबंध में एसडीएम एमएल मालवीय ने झाबुआ Live को चर्चा में बताया पंपावती में बच्चों द्वारा जान जोखिम में डालकर नहाने और सेल्फी लेने का मामला गंभीर है। इस मामले को प्रशासन गंभीरता से लेगा, ताकि कोई भी बड़ा हादसा न हो। पुलिस और कोटवारो को लगाया जा रहा है।