ईशमाता मरियम का ग्रोटोपर्व धूमधाम से मनाया गया

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झाबुआ। जिले के थांदला तहसील से 10 किमी दूर ग्राम झापादरा में ईशमाता मरियम का ग्रोटो पर्व रविवार को धूमधाम से मनाया गया। माता मरियम की प्रतिमा का जुलुस पुराना चर्च संत माईकल की प्रतिमा स्थल से निकाला गया। जुलुस में सबसे आगे भीली संस्कृति के अनुरूप गाजे बाजे व शहनाईयों के साथ युवक-युवतियां नृत्य करते हुए संत माईकल स्कूल प्रांगण पर पहुंचे जहां मिस्सा पूजा के पूर्व नन्ही नन्ही बालिकाओं ने भक्तिमय गीत पर नृत्य किया। मिस्सा पूजा समारोह के मुख्य याजक फादर मार्सेल बारिया मोकमपुरा (राजस्थान) थे।

समारोह के मुख्य प्रवचक फादर नियामत कपुचिन रतनपुरा ( राजस्थान ) ने अपने प्रवचन में कहा कि जो प्रभु की आज्ञाओं का पालन करते है वे अपने पडोसियों को प्यार करते है क्योंकि ईश्वर प्रेम है। माता मरियम ने अपने सम्पूर्ण जीवन ईश्वर को समर्पित कर दिया और वे ईश्वर की कृपापात्री बन गयी, ईश्वर ने उसे मनुष्य जाति के लिये दे दिया ताकि वे हमारी भी मां सदा के लिये बनी रहे।

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माता मरियम प्रभु यीशु के द्वारा हमारी सहायता करती रहती है जब सांसरिक माता अपने बच्चों के दुःख में देखना नही चाहती तो हमारी स्वर्गिक माता मरियम हमारी सहायता क्यों नही करेगी वे हमेशा हमारी सहायता के लिये तत्पर रहती है। समारोह के दौरान बाईबिल पाठ का वाचन सुधीर निनामा व श्रीमती माधुरी खडिया ने किया, जबकि सुसमाचार फादर पीटर खराडी द्वारा सुनाया गया।

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चर्च के संचालक फादर आलोक मिंज ने आये अतिथियों का स्वागत किया। झाबुआ डायसिस के चासंलर फादर पीटर खराडी, थांदला डीनरी के डीन फादर अंतोन कटारा, आदिवासी भीली संस्कृति के डायरेक्टर फादर प्रताप बारिया, फादर थोमस पीटी, फादर अनिल केरकेटा, फादर जोसफ, फादर जोर्ज कचुमरी, फादर जोर्ज मेडा के साथ कुल 18 पुरोहितों ने मिस्सा पूजा में भाग लिया। कुल 334 मिस्साएं धन्यवाद स्वरूप अर्पित की गई।

समारोह को सफल बनाने के लिये पल्ली सचिव बेंजामिन चरपोटा, अनिल निनामा, सुधीर निनामा, मास्टर पायस, सुभाष भूरिया के साथ समस्त पल्लीवासियों ने सहयोग प्रदान किया। बेंजामिन निनामा एवं उनके दल द्वारा सुमधुर भक्ति गीत प्रस्तुत किये। उक्त जानकारी कैथोलिक डायसिस मीडिया प्रभारी पीटर बबेरिया ने दी।