अब मुक्तिधाम को हम संवारेंगे; हरियाली से होगा हरा-भरा ..

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सलमान शैख़@ पेटलावद
हर व्यक्ति को एक दिन यहीं से जाना है। जाने वाला स्वच्छ स्थान से जाए। यही सोचकर ही नगर के मुक्तिधाम को संवारने के लिए अब नगरवासी आगे आए है। उन्होनें श्री बजरंग रामायण मण्डल की अगुवाई में मुक्तिधाम का कायाकल्प कर आसपास सफाई करने, हरयिाली फैलाने का संकल्प लिया है।
यह फैसला श्री बजरंग रामायण मण्डल के सबसे पुराने सदस्य विठ्ठल नागर के स्वर्गवास के बाद उनकी अंतिम यात्रा में पहुंचे नगरवासियो ने लिया है। अब नगरवासी नगर परिषद के भरोसे नही रहेंगे। पिछले कई वर्षो मुक्तिधाम की हालत जर्जर थी, पुरान मुक्तिधाम अधूरा पड़ा था, जिससे यहां अंतिम संस्कार में लोगो को काफी दिक्कतो का सामना करना पड़ता है। उल्लैखनीय है कि नपं की निगरानी में मुक्तिधाम देखरेख के अभाव में बदहाली की अवस्था में पहुंचता जा रहा था।
11 लोगो की बनाई समिति-
श्री बजरंग रामायण मण्डल ने विभिन्न समाजो के 11 लोगो की एक समिति बनाई है। जो अंतिम संस्कार से लेकर मुक्तिधाम की देखरेख का जिम्मा संभालेगी। सबसे पहले देवराज पुरोहित ने जिम्मेदारी उठाने की इच्छा जाहिर की थी, इसके बाद नगरजन बढ़ते गए और सभी ने एक सूर में मुक्तिधाम को संवारने का फैसला लिया। प्रत्येक अंतिक संस्कार में सहयोग राशि एकत्रित की जाएगी, जिससे मुक्तिधाम का विकास होगा। जो पुराना मुक्तिधाम अधूरा पड़ा है उसे भी अब पूर्ण यही समिति करेगी। सबसे महत्वपूर्ण समिति द्वारा न्यूनतम शुल्क में लकड़ी और कंडे वितरीत किए जाएंगे। इससे नगरवासियो को महंगे दामो पर लकड़ी और कंडे हाथठेला पर लोडिंग गाडियो पर मंगाना पड़ता था, अब वह नही करना पड़ेगा। सस्ती लकड़ी उपलब्ध होने के साथ-साथ परिवाहन पर होने वाला खर्च से भी राहत मिलेगी।
समाजहित में काम सबका धर्म-
बजरंग रामायण मण्डल के सदस्यो ने चर्चा में बताया समाज हित में काम करना हर व्यक्ति का धर्म है। हमने भी इसकी धर्म का पालन किया है। स्वच्छता में ही ईश्वर निवास करते हैं। इस बात को मुक्तिधाम में स्वत: अनुभव किया जा सकता है। समाजसेवियो ने लोगो से इस पहल में जुडऩे की अपील की है।