परवलिया से हरीश पांचाल की रिपोर्ट: देश में कही जल संकट को लेकर, कही खराब सड़क को लेकर, कही बुनियादी सुविधाओं को लेकर आंदोलन होते है… कही प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर विरोध तो कही पुलिस का विरोध… लेकिन झाबुआ जिले के थांदला के परवलिया में एक ऐसा विरोध हुआ जो कभी न देखने को मिला लेकिन कभी सुनने को। परवलिया से हरीश पांचाल की इस रिपोर्ट में जानिए कहा और कैसा है यह विरोध।
बात हो हो रही झाबुआ जिले की थांदला तहसील के एक प्रमुख गांव परवलिया की। यहां युवाओं ने पोस्ट ऑफिस और डाक के वितरण की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सांकेतिक रूप से पोस्ट ऑफिस की शवयात्रा भी निकाली गई और इस तरह अपनी मांग को लेकर विरोध दर्ज कराया गया।
दरअसल, इस गांव की कहानी बड़ी दिलचस्प है। यहाँ पोस्ट आफिस भी है और यहाँ का पिन कोड नंबर भी है लेकिन कुछ सालों से यहाँ डाक विभाग यहाँ कागज पर तो काम कर रहा हे लेकिन जमीन पर नहीं। परवलिया और उसके आसपास के 8 गांव इस बदइंतजामी से प्रभावित हैं।
हालत यह है कि रिकॉर्ड में यहां पोस्ट ऑफिर और पिन कोड़ होने के बावजूद इलाके के लोगो को डाक लेने खुद थांदला जाना पडता है। शासन की बचत योजनाओं और डाकघर के माध्यम सें संचालित की जाने वाली बचत और जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी यहां के रहवासी नहीं उठा पा रहे है।
डाक विभाग की इस अनदेखी की वजह से कई युवाओं का भविष्य खराब हो गया और यह डर आगे भी बना हुआ है। उन्हें समय पर नौकरी या अच्छे एडमिशन के लेटर ही नही मिल पाए। आगे भी यह डर बना हुआ है। इसी वजह से युवाओं ने सड़कों पर उतरकर अपना विरोध दर्ज कराया।
This is the good way to protest.
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