658 छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकार में 8 शिक्षकों के भरोसे चल रहा हायर सेकेंडरी स्कूल

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खट्टाली की हायर सेकेंडरी स्कूल का पुराना भवन

अलीराजपुर लाइव के लिए बड़ीखट्टाली से विजय मालवी की रिपोर्ट-
खट्टाली हायर सेकंडरी स्कूल इन दिनों राम भरोसे ही संचालित हो रही है। इस संस्था में 658 छात्र छात्राएं अध्ययनरत है। लेकिन मात्र 8 अध्यापक ही वर्तमान में कार्यरत हैं। केमिस्ट्री-अंग्रेजी पढ़ाने वाला अनुभवी अध्यापक इस स्कूल में नहीं होने से छात्र छात्राओं में बेहद असंतोष व्याप्त है। इस संबंध में जिला प्रशासन एवं सहायक आयुक्त का कोई ध्यान नहीं है। स्थानीय मीडिया ने जब स्कूल का भ्रमण किया तो पाया कि संस्था का भवन सन 1984 में निर्मित हुआ था। उसके बाद इस परिसर में कोई भी भवन का निर्माण नहीं हुआ है। छात्र-छात्राओं के लिए बैठक व्यवस्था ठीक नहीं होने से वे असुविधा महसूस कर रहे थे। वहीं एक कमरे में तो परीक्षा के दौरान स्थानीय पत्रकारों ने पाया कि 125 छात्र-छात्राएं बैठकर परीक्षाएं दे रही थे।
मेहता ने आरोप लगाया कि इस संस्था में अनेक अध्यापकों के स्थानांतरण सत्र प्रारंभ के बाद किए गए उनके स्थान पर आज तक कोई नहीं आया। जबकि इस संस्था में प्राचार्य का पद 1 वर्ष से रिक्त पड़ा है और सहायक आयुक्त का कोई ध्यान नहीं है। मेहता ने बताया कि जिले में कई संस्थाओं में आवश्यकता से अधिक अध्यापक वर्तमान में कार्यरत हैं। साथ ही कुछ स्थानों पर पद न होने के बाद भी अध्यापक पदस्थ है। जबकि यह बिल्कुल नियम विरुद्ध है। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में अत्यधिक कमी है। ग्रामीण क्षेत्र से अध्यापक शिक्षाकर्मी जुगाड़ कर ब्लाक स्तर जिला स्तर पर चले जाते हैं। इस संस्था में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने मुख्यमंत्री से पुरस्कार प्राप्त किए हैं तथा लैपटॉप हेतु राशि भी प्राप्त की है उसके बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों की खुली उपेक्षा हो रही है। इस ग्राम से राज्य स्तर पर भी कहानी प्रतियोगिता में एवं खेल गतिविधियों में भी इस संस्था से राज्य स्तर पर छात्रों का चयन हुआ है। इस संबंध में मेहता ने जिले के सहायक आयुक्त सतीश सिंह को भी क्षेत्र की स्कूल की गतिविधियों से तथा अपर्याप्त स्टॉफ से अवगत कराया।
प्रभारी प्राचार्य प्रवीण प्रजापत ने बताया कि इस सत्र में चार अतिथि शिक्षक रखे हैं। लेकिन केमिस्ट्री-अंग्रेजी एवं गणित पढ़ाने वाले अध्यापक वास्तव में नहीं है। इस संबंध में संस्था द्वारा कई बार जिला प्रशासन सहायक आयुक्त व जनप्रतिनिधियों को अवगत भी कराया गया। लेकिन इस ओर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। साथ ही छात्र छात्राओं ने मांग की है की संस्था में केमिस्ट्री-अंग्रेजी और गणित पढ़ाने वाले व्याख्याता कि शीघ्र ही नियुक्ति की जाए।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
जिले में प्राचार्य की अत्यधिक कमी है तथा व्याख्याताओं की भी कमी है। अगर ज्यादा जरूरी हो तो अतिथि शिक्षकों की भर्ती की जा सकती है।
– सतीश सिंह- सहायक आयुक्त अलीराजपुर