रायपुरिया मे डेंगू का साया भय का बना वातावरण

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झाबुआ लाइव के लिए रायपुरिया से लवेश स्वर्णकार की रिपोर्ट-
इन दिनों रायपुरिया की जनता में भय का वातावरण बना हुआ है। डेंगू जैसी घातक बीमारी का साया रायपुरिया में मंडरा रहा है। रायपुरिया में मिली जानकारी के अनुसार अभी तक दो मरीज को डेंगू की पुष्टि हुई है जो गुजरात के बड़ौदा और दाहोद के निजी अस्पताल में यह मरीज इलाज ले रहे हैं। मौसमी बीमारी के अलावा वाइरल, मलेरिया, टाइफाइड और डेंगू के लक्षण वाले भी मरीज अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।
आज तक नहीं हुआ दवाइयों का छिड़काव
रायपुरिया में ग्राम चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने मच्छरों से बचाव के लिए दवाइयां छिडकाव के लिए ग्राम पंचायत को आवेदन दिया था ग्राम पंचायत रायपुरिया के चिकित्सा अधिकारी को पत्र क्रमाक 147 दिनांक 15 अक्टूबर को मच्छरों के प्रकोप से बचाव के लिए डीडीटी दवाई के छिड़काव के लिए आवेदन किया परन्तु 11 अक्टूबर तक 25 दिन से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी स्थानीय स्वास्थ्य अमला इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है और ग्रामीणों में डेंगू जैसी घातक बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है।
बीएमओ ने किया निरीक्षण स्थानिय स्वास्थ्य अमला नहीं दे रहा ध्यान-
रायपुरिया के कुछ मरीजों में डेंगू बुखार के लक्षण मिलने के बाद रविवार दोपहर बीएमओ डॉ केडी मंडलोई के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग पेटलावद की टीम रायपुरिया की टायर पंक्चर दुकानों पर पहुंची थी जहां टायर में भरे गंदे पानी मे डेंगू का लार्वा पाया गया था लार्वा मिलने से यह बात साबित हो रही ैहै कि रायपुरिया में डेंगू जैसी घातक बीमारी फैलाने वाले मच्छरों की भरमार है, लेकिन ग्राम पंचायत के 25 दिन पहले दिए गए आवेदन पर रायपुरिया के स्वास्थ्य विभाग ने ध्यान नहीं दिया समय रहते स्वास्थ्य अमला जाग जाता ओर आवश्यक दवाओ का छिडकाव करवाता तो बीएमओ को रविवार को रायपुरिया नहीं आना पडता अब भी समय है स्वास्थ्य विभाग रायपुरिया समय रहते जाग जाएगा तो कई मरीजों को इन घातक बीमारियों के साये से मुक्ति मिल जाएगी।
क्या है डेंगू
डेंगू एक वायरस रोग है, जिसका सक्रंमण क्यूलेक्स मच्छर (एडीस इजिप्टी) के काटने से होता है, यह मच्छर हमेशा दिन में ही सक्रिय होकर काटता है।
डेंगू बुखार के लक्षण-
पूरे शरीर में असहनीय दर्द, विषेशकर हडिडयों व जोड़ों में दर्द होना भूख न लगना, तेज बुखार आना, कभी कभी नाक से खून आना, इस रोग में मुख मंडल लाल हो जाता है और गले में खरास रहती है आदि लक्षण से प्रतीत होता है। तेज बुखार होने पर भी नाड़ी की गति कम चलना इस रोग का प्रमुख लक्षण है बल्ड प्रेशर में कमी भी आती है।
बल्ड की कोशिकाओ मे हो रहा सक्रमंण –
इन दिनो हर घर मे बुखार के मरीज देखने को मिल रहे है किसी को वाइरल किसी को मलेरिया तो किसी को टाइफाइड बुखार की शिकायत है बल्ड की कोशिकाओं में सक्रमंण के कारण सफेद ओर लाल रक्त कणिकाओं की सख्या में असमानता देखने को मिल रही है डेंगू बुखार में प्लेट्सलेट की कमी होने लगती है।
जागरूकता भी जरूरी है-
तेज बुखार कमजोरी हाथ-पैर में दर्द अकडऩ जैसे लक्षण आने पर तुरन्त डाक्टर से इलाज करवाए घरों के आसपास गंदा पानी एकत्रित नहीं होने दे कूलर, पुराने टायर में पानी एकत्रित नहीं होने दे ज्यादा दिनों तक एकत्रित पानी मे डेंगू का लार्वा पनपता है इसको पनपने से रोकना भी एक उपाय है ।
पंचायत के आवेदन पर कब होगी सुनवाई
जिम्मेदार बोल-
पंचायत का आवेदन मिला है दवाइयों के छिड़काव के लिए मेरे द्वारा विभाग के आला अधिकारी को जानकारी दे दी है जैसे ही आगे से दवाइया मिलती है। छिड़काव करवाया जाएगा।
डॉ.केएस कटारा, बीएमओ

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