मकान की रैकी कर चोरों ने किया चार लाख के माल पर हाथ साफ

May

झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट       

इस खिड़की से अंदर प्रवेश किया बदमाशो ने और दिया वारदात को अंजाम।
इस खिड़की से अंदर प्रवेश किया बदमाशो ने और दिया वारदात को अंजाम।
 अलमारी में रखे कपड़े अस्त व्यस्त कर दिए बदमाशो ने।
अलमारी में रखे कपड़े अस्त व्यस्त कर दिए बदमाशो ने।
 घटना की रिपोर्ट लिखवाती पीडि़ता ललिता कोटडिय़ा।
घटना की रिपोर्ट लिखवाती पीडि़ता ललिता कोटडिय़ा।

सूने मकान में अज्ञात बमदाशों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। बदमाश अपने साथ करीब लाखों रुपए ले भागे। घटना ग्राम झकनावदा की निवासी ललिता मुकुश कोटडिय़ा के घर बुधवार रात में हुई। जानकारी के अनुसार दो दिन से ललिता के मकान में कोई नही था। सभी बाहर अपने रिश्तेदार के यहां गए थे। तभी इस बीच बदमाशों ने रैकी कर अपनी चोरी की वारदात को अंजाम दे दिया। बुधवार रात में चोर मकान की खिड़की तोड़कर अंदर घुसे। इसके बाद उन्होनें पूरे घर की छानबीन की। बदमाशो ने पूरे घर का सामान तितर-बितर कर दिया। बदमाशा अपने साथ ४ लाख रूपए नकदी और २०० ग्राम चांदी के अलावा घरेलू सामान भी ले भागे। घटना की जानकारी ललिता गुरुवार को आई तब उसे पता चला। जैसे ही उसने अपने मकान का ताला खोला तो मकान की अंदर की स्थिति देखकर उसके होश उड़ गए। हॉल में ड्राज और अलमारी पूरी तरह से खाली पड़ी थी। कपड़े सारे अस्त व्यस्त पड़े थे। ललिता ने इसकी सूूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा बनाया। ललिता की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।

पुलिस की कार्यप्रणाली पर फिर सवालो के घेरे में-
आश्चर्य की बात यह है कि ललिता का मकान बस स्टैंड पर ही है। यहां पुलिस जवान अक्सर रहते है, लेकिन फिर भी इतनी बड़ी वारदात हो जाना कहीं न कहीं पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है। आखिर पुलिस रात्रि गश्त में कहां रहती है? अगर पुलिस रात्रि गश्त ठीक से करती तो शायद बस स्टैंड जैसी जगह पर इस तरह की वारदात नहीं हो पाती।
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