मंडी में अपनी फसल बेचने पर किसानों को मिला उचित दाम

May

झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
नोटबंदी के चलते पिछले 10 दिनों से पेटलावद मंडी बंद थी, जिसे मंगलवार को चालू करवाया गया। मंडी प्रशासन ने व्यापारियों की बैठक ले कर उन्हे मंडी में माल खरीदने के लिए सहमती बनाई और व्यापारियों ने सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया, किसानों अपनी उपज मंडी में लाए उसे चेक या आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान किया जाएगा। मंडी सचिव उत्सवलाल गुप्ता और लेखापाल सत्यनारायण व्यास ने किसानों से अपील की है कि अपनी उपज मंडी में ही लाकर बेचे ताकी उन्हें उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सके तथा पैसा सीधा किसान के खाते में मंडी के सहयोग से डलवाया जा रहा है। मंगलवार को प्रारंभ हुई मंडी में ज्ञानमल तखतमल भंडारी ने 2811 रुपए प्रति क्विंटल में सोयाबीन की खरीदी की वहीं गेहूं 1950 रूपए क्विंटल में खरीदी की गई, कपास 5400 रूपए क्विंटल में खरीदा गया। मंडी प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि आप अपनी उपज मंडी में ही लाकर बेचे ताकी आपकों पूरा पूरा भुगतान मिल सके। इसके साथ ही मंडी प्रशासन ने सख्ती वापरते हुए नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाली दुकानों पर प्रतिबंध लगाते हुए मंडी में ही खरीदी करने की मुनादी करवाई।