झाबुआ लाइव के लिए पिटोल से भूपेंद्र नायक की रिपोर्ट
करोड़ों की लागत से निर्मित तथा आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित बॉर्डर चेक पोस्ट पिटोल जहां वाहन चालकों की सुविधा तथा समय बचत हेतु परिवहन विभाग, वाणिज्य कर विभाग, फारेस्ट विभाग तथा खानिज विभाग को एक साथ बैठाया गया साथ ही गुजरात से आने व जाने वाले दोनो ही मार्ग पर पांच-पांच बूथ बने है जिन पर एक साथ दोनों ओर 10 वाहनों का वनज तथा डॉटा एन्ट्री होती है फिर भी चेक पोस्ट लगने वाले जामों तथा वाहनों की कतारो से निजात नहीं पा रहा है। घण्टों तक कतार में भूखे-प्यासे अपनी बारी का इंतजार करते ड्राइवर कभी कभी अपना आपा खोकर उपस्थित कर्मचारियों से लडऩे भी लगते है। बावजूद इसके कम्पनी जिसने चेक पोस्ट की देखरेख व संचालन का ठेका लिया है ट्राफिक का एक साथ आना व तकनीकी खराबी के नाम पर अपने कर्तव्यों की इतिश्री करती है।
इसलिए लगते हैं जाम
चेक पोस्ट के बूथों पर वाहन का वजन, कागजातों की जांच व इन्ट्री साथ ही वाहन में भरे माल की भी इन्ट्री होती है इस प्रकार पूरी डॉटा एन्ट्री में 2 से 5 मिनट का समय प्रत्येक वाहन में लगता है तो कभी तौल कांटे में, कभी कैमरों में तो कभी अन्य उपकरणों में तकनीकी खराबी के चलते सभी 10 बूथ एक साथ नहीं चल पाते। वहीं पूरीतरह से ऑनलाईन सिस्टम होने से कभी कभी सर्वर डाउन होना भी जाम का कारण बनता है। रात के समय लगभग सभी वाहन चालक अपने वाहनो को हॉटल, ढाबों पर रोककर सो जाते है सुबह होते ही सभी का एक साथ चलना भी जाम का कारण बनता है।
परेशान ड्राइवरों की जुबानी
ट्रक ड्राइवर संतोष पटेल निवासी धार ने बताया कि 6 बजे से लाइन में लगे तग कही 9 बजे वाहन कांटे पर पहुंचा काफी समय से इस रुट पर चल रहा हूं किंतु लगभग कभी सभी बूथों को एक साथ चलते नहीं देखा। कासीम वागोर निवासी जामनगर ने बताया कि बार्डर पर 2 से 3 घण्टे का समय खराब हो जाने से समय पर माल पहुंचाने के लिये कभी कभी खाना भी नहीं खा पाते फिर भी लेट हो गये तो माल खाली नही हो पाता जिस कारण अगला दिन खाली जाता है।
यह बोले जिम्मेदार
रात भर रुका ट्राफिक सुबह पहुंचता है जिसके कारण सुबह के समय ही यह स्थिति निर्मित होती है। साथ ही चेक पोस्ट पूरी तरह आधुनिक है तो तकनीकी खराबी आती है। दोनो तरफ एक एक बूथों के कांटे खराब है जिन्हे जल्दी सुधार कर बूथ चालू कर दिए जाएंगे।
– पंकज खत्री, शिफ्ट इंचार्ज व प्रभारी चेक पोस्ट मैनेजर