झाबुआ लाइव डेस्क के लिऐ ” बामनिया” से ” लोकेंद्र चाणोदिया की रिपोर्ट ।
पेटलावद ब्लास्ट से डरे प्रशासन ने पटाखों को लेकर इतने कडे दिशा निर्देश ओर नियम बना दिऐ है कि खुद पटाखा व्यापारी ही हतोत्साहित हो गये है क्योकि इस बार कडे निर्देशों के चलते बामनिया ” कस्बे” मे लगने वाली दुकाने एक किलो मीटर दूर कृषी उप मंडी के पास लगाई जा रही है जिसके चलते व्यापार कम हो रहा है आम लोगो को पटाखों की दुकाने कहां लगी है यह जानने के लिए भी जद्दोजहद करना पड रही है प्रशासन के सख्त रुख के चलते इस बार बामनिया मे मात्र 7 व्यापारीयों ने ही पटाखा बेचने का लायसेंस लिया है जबकि विगत वर्ष तक 20 व्यापारी लाइसेंस लेकर यह कारोबार करते थे ।
गौरतलब है कि विगत 12 सितंबर को पेटलावद ब्लास्ट हुआ था जिसमे 78 लोग मारे गये थे ओर दर्जनो लोग गंभीर रुप से घायल हुऐ थे उसके बाद मुख्यमंत्री ने पूरे प्रदेश के एसपी ओर कलेक्टर को यह चेतावनी दे थी कि अब अगर कही कोई धमाके का घटनाक्रम हो गया तो सीधी जिम्मेदारी उनकी तय की जायेगी । उसके बाद से ही पटाखा लाइसेंस कोई लेकर कडाई की गयी है लेकिन सबसे बडा सवाल यह है कि पेटलावद ब्लास्ट के समय क्या प्रशासन कुंभकर्णी नींद सोया हुआ था ?