कांग्रेस राज्यपाल के नाम कलेक्टर को सोंपा ज्ञापन

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 कलेक्टर अरूणा गुप्ता को ज्ञापन सोंपते कांग्रेसी

कलेक्टर अरूणा गुप्ता को ज्ञापन सोंपते कांग्रेसी
 संबोधित करते भूरिया
संबोधित करते भूरिया

झाबुआ लाइव के लिए झाबुआ से अबदुल वली पठान की रिपोर्ट
जिले के पेटलावद नगर में अवैध रूप से बीच बाजार में भाजपा व्यापारिक प्रकोष्ठ के पदाधिकारी एवं आर.एस.एस कार्यकर्ता व्यापारी राजेन्द्र कासवा द्वारा डेटोनेटर तथा अन्य विस्फोटक सामग्री से हुए भयंकर विस्फोट से 150 से 200 लोग काल के ग्रास बन गये तथा 300 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गये जिनका उपचार रतलाम, झाबुआ, इंदौर एवं गुजरात राज्य के दाहोद, बडोदा में चल रहा है जिनको प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान ने आर्थिक सहायता देने हेतु आमलोगों के बीच आश्वस्त किया किंतु ऐसे घायलों एवं विस्फोट में मारे गये अधिकांश लोगों को अभी तक पर्याप्त मुआवजा का भुगतान नहीं हुआ है एवं बाहर भर्ती घायल मुआवजे के अभाव में दम तोड़ रहे है। घटना का मुख्य आरोपी अभी तक गिरफ्तार नहीं हुआ है वहीं आरएसएस. एवं भाजपा के कार्यकर्ता तथा पदाधिकारियों ने पेटलावद थाने का घेराव व प्रदर्शन कर मप्र कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादवी, प्रदेश प्रवक्ता के.के.मिश्रा आदि के विरूद्ध झूठे, बेबुनियाद आरोप लगाकर प्रकरण दर्ज किया गया जिसके विरोध में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार चैहान द्वारा अनर्गल, झूठा व बेबुनियाद आरोप भूरिया एवं उनके पुत्र डाॅ.विक्रांत भूरिया के विरूद्ध लगाये गये इसके चलते बुधवार को झाबुआ थाने पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार चैहान के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने हेतु शांतिपूर्ण रूप से हजारों कांग्रेसजनों द्वारा थाने पर प्रदर्शन एवं घेराव करने के साथ धरना आंदोलन किया जा रहा था। जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव, कांतिलाल भूरिया एवं पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा रात्रि में कांग्रेस कार्यकर्ताओं तथा पदािधकारियों के साथ धरने पर बैठे हुए थे किंतु पुलिस प्रशासन ने हमारे इन नेताओं को गिरफ्तार कर एसडीएम न्यायालय में पेश किया तथा कांग्रसे कार्यकर्ताओं को बेरहमी से गाड़ी में भर कर अज्ञात स्थान पर छोड़ा गया। इस तरह से पुलिस ने मानसिक एवं शारीरिक शोषण किया जबकि हम शांति पूर्व प्रदर्शन कर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करने की फरियाद कर रहे थे किंतु स्थानीय जिला एवं पुलिस प्रशासन ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह के इशारे एवं दबाव से कोई कार्यवाही तथा एफआईआर दर्ज नहीं करते हुए इस तरह कि दमनात्मक और झूठी कार्रवाई कांग्रेसजनों के विरूद्ध की है। राज्यपाल के नाम आवेदन कहा गया कि हमारे द्वारा दी गई प्राथमिकी दर्ज कर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के विरूद्ध प्रकरण दर्ज किया जाए। कांग्रेस के शांतिपूर्ण आंदोलन का दमानात्मक रूप से दबाने के प्रशासन के प्रयास तथा पेटलावद ब्लास्ट के मुख्य आरोपी तथा सहयोगियों के विरूद्ध भादवि के साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम में भी प्रकरण दर्ज कर अपराधियों को कड़ा दंड दिया जाए।