सावन माह की चतुर्थी से शुरू हुआ मनसा महादेव व्रत कार्तिक माह की चतुर्थी पर हुआ उद्यापन

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जीवनलाल राठौड़,सारंगी
ओमकारेश्वर मंदिर पर मनसा महादेव व्रत करने वालों भक्तों की बीड़ रही ब्रह्म मुहूर्त मैं सुबह 4 बजे से ही भक्त मंदिर पहुंच गए थे ।मनसा महादेव व्रत सावन माह की चतुर्थी को लिया जाता है एवं कार्तिक माह की चतुर्थी पर अध्यापन किया जाता है ।लगातार 4 महीने तक प्रति सोमवार भक्त मनसा महादेव मंदिर पर पहुंचकर भगवान शिव की पूजा करते हैं तथा कथा सुनते हैं इस व्रत के करने से भगवान भोलेनाथ भक्तों की सभी मनोकामना पूर्ण करते हैं ।

मान्यता है कि इस व्रत के करने से भगवान मनसा महादेव से भक्त जो चाहता है ।भगवान की कृपा से उसकी मनोकामना पूर्ण होती है सावन माह की चतुर्थी पर यह व्रत लिया जाता है । कच्चे सूत की डोरी तैयार कर मन की इच्छा के अनुसार 4 गांठ लगाई जाती है ।साथ में एक सुपारी भगवान भोलेनाथ का सिक्का लेकर इसकी पूजन प्रति सोमवार की जाती है ।व्रत करने वाले इन चीजों को डिब्बी में रखकर पूजा करते हैं ।कार्तिक मास की पूर्णिमा को मंदिर पर पहुंचकर पूजा अर्चना करने के बाद अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर कच्चे सूत में जो चार गांठ लगाई जाती है ।उसको खोल कर भोलेनाथ की शिवलिंग पर अर्पण कर दी जाती है । प्रसाद में सवा 3 किलो लड्डू का भोग लगाया जाता है । लड्डू का प्रसाद लेकर व्रत धारी अपना व्रत खोलते हैं मान्यता है कि लड्डू के प्रसाद को रात नहीं रख सकते हैं ।यह प्रसाद सभी को बांट दि जाती है इस वृत्त को लेकर भक्तों में काफी उत्साह है । पूरे नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र यह लोग भी इस व्रत को करते हैं ।शंकर जी मंदिर पर पूरे दिन भक्तों का ताता लगा रहा सभी ने भगवान भोलेनाथ की पूजा कर व्रत का समापन किया ।