सरकारी लापरवाही, आधे घंटे तक सड़क किनारे तड़पती रहीं जिंदगी

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कठ्ठीवाडा से गोपाल राठौर की रिपोर्ट ”आलीराजपुर आजतक” के लिएः तहसील मुख्यायल से एक किलोमीटर दूर इन्दलावाट में एक मोटर सायकल सवार हादसे का शिकार हो गया। इस युवक की पहचान नहीं हो सकी है। वह सड़क किनारे घायल हालत में मिला था। वह करीब आधे घंटे तक इसी हाल में पड़ा रहा क्योंकि न तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एम्बुलेंस की सेवा है और नहीं 108 एम्बुलेंस की विशेष सुविधा यहां मिली हुई है। इस वजह से हादसे के बाद मरीज यूं ही तड़पते रहते है। इस मामले में भी स्थानीय लोगों ने पहले कर उसे इलाज के लिए अस्पताल में पहुंचाया।

Accident

दरअसल, ऐसा नहीं है कि कठ्ठीवाडा में यह सुविधा पहले नहीं थी। पांच महीने पहले तक यहां 108 एम्बुलेंस की सेवा थी, लेकिन अचानक बगैर कोई जानकारी दिए यह सुविधा वापस ले ली गई। सरकार ने एलान किया था कि हर तहसील मुख्यालय पर 108 एम्बुलेंस सेवा दी जाएगी। इसी के तहत कठ्ठीवाडा तहसील में भी यह सुविधा दी गई, लेकिन पिछले पांच महीने से इस आदिवासी अंचल से यह सुविधा छीन ली गई है। बगैर कोई कारण बताए यहां से 108 एम्बुलेंस सेवा को बंद कर दिया गया।

108
ग्रामीण अंचलों में दुर्घटना होने या आकस्मिक बीमारी पर पीडित को तुरंत उपचार मिल सके इसलिए रेडक्रास की मदद से हर तहसील मुख्यालय पर 108 एम्बुलेंस को तैनात किया गया। अब इसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है।

चौंकाने वाली बात यह है कि विगत दो वर्ष से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मरीजों के लिए एम्बुलेंस भी नहीं है जिससे कई मुसीबतों का सामना करना पडता हैं। जनपद के अांकड़ों के अनुसार कठिवाडा थाने के तहत कुल 66 गाँव आते है। इन गांवों में परिवार की 8460 है जबकि कुल आबादी 45655 है। ऐसे में इन सभी को बीमार पड़ने या दुर्घटना होने पर इलाज का इंतजाम खुद करना पड़ता है और एम्बुलेंस नहीं होने पर कई बार इसकी वजह से जान पर भी बन आती है।