राशन की दुकानों पर सेल्समैनों उपभोक्ताओं से कह रहे- उज्जवला योजना में गैस सिलेंडर के लिए सभी कागजात लाओ, फिर मिलेगा राशन

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pdsrationअलीराजपुर लाइव के लिए मुकेश परमार की रिपोर्ट-
अलीराजपुर जिले की सभी शासकीय उचित मूल्य की दुकानों पर उपभोक्ताओं को गेहूं, शकर, केरोसिन इसलिए सेल्समैन द्वारा वितरित नहीं किया जा रहा है कि जब तक की उपभोक्ता द्वारा उज्जवला योजना के सिलेंडर के लिए लगने वाले सभी दस्तावेज सेल्समैन को जमा नहीं करते। अब बैचारे उपभोक्ता अनाज के लिए चक्कर लगा रहे हैं परंतु सेल्समैन उन्हें अनाज नहीं दे रहे हैं। यह स्थिति अलीराजपुर जिले की सभी राशन की दुकानों की है। गौरतलब है कि जिले के अधिकारियों ने सेल्समैनों को उज्जवला योजना के लिए एक टारगेट दिया था, अब ग्रामीण उपभोक्ताओं की यह टारगेट फजीहत बना हुआ है। केंद्र सरकार ने उज्जवला योजना के दृष्टिगत मध्यप्रदेश सरकार को 30 लाख का लक्ष्य इस वर्ष पूरा करने को कहा गया था फिर केंद्र सरकार ने यह लक्ष्य घटाकर तीन वर्ष में 10 लाख कर दिया है, जबकि अब तक मध्यप्रदेश शासन इस योजना के तहत 12 लाख उपभोक्ताओं को इसका लाभ दे चुकी है। ऐसे में एक वर्ष के लक्ष्य मप्र सरकार हासिल कर चुकी है, लेकिन ऐसे में सहकारिता विभाग के सेल्समैन नाजायज रूप से उपभोक्ताओं को राशन देने में क्यों आनाकानी कर रहा है, यह समझ से परे हैं। यदि जिले के आला अधिकारी इस ओर ध्यान दे तो हकीकत सामने आ सकती है। गौरतलब है कि शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में प्रतिमाह राशन आता है लेकिन आधे से ज्यादा लोगों को तो राशन मिल ही नहीं पाता है, तो हर माह आने वाले राशन में से जो लोग उचित मूल्य की दुकान से राशन नहीं ले पाते हैं तो उनका स्टाक उचित मूल्य की दुकानों में होना चाहिए, जबकि शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में राशन रहता ही नहीं है, तो फिर आखिर यह राशन जाता कहां है? इसकी जांच कलेक्टर व संबंधित आलाधिकारियों को करवा चाहिए, जिससे स्थिति स्पष्ट हो सके और ग्रामीण उपभोक्ताओं को राशन के लिए बार-बार उचित मूल्य की दुकानों पर नहीं लगाने पड़े।