भगोरिये की मस्ती में मस्त आदिवासियों का उमड़ा सैलाब, मांदल की थाप और बासुरी की धुन पर झूमे ग्रामीणजन

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विजय मालवी, बड़ी खट्टाली
सूरज की पहली किरण  और भगोरिया पर्व का अंतिम चरण  आसपास के ग्रामों से हजारों की संख्या में आदिवासियों ने अपने आप  को पर्व के लिए तैयार करना प्रारंभ कर दिया। फाल्गुनी बयार एवं रंगारंग होली के ठीक एक सप्ताह पूर्व मनाए जाने वाला देष का प्रसिद्ध आदिवासी लोक संस्कृति के भगोरिया मेले का सोमवार से आगाज हो गया है। जिले का तीसर भगोरिया पर्व नगर मे उत्साह-उमंग एवं हर्षोल्लास के साथ शांतिपूर्वक मनाया गया। पर्व के चलते सुबह से ही नगर मे चारों ओर ग्रामीणों की चहल/पहल नजर आई। जहां एक ओर युवक.युवती ढ़ोल मांदल की थाप पर झूमे वही दूसरी ओर बूढ़े और बच्चों ने भी इस पर्व का आंनद उठाया।
आदिवासी युवतियां श्रृंगारित  परिधान चांदी के आकर्षक गहनों से  सुसज्जित होकर पर्व का आनंद लेने के लिए मेला स्थल में प्रवेश करना प्रारंभ किया। हर व्यक्ति उनके श्रंगार को देखने के लिए उत्सुक दिखाई दे रहा था।वहीं आदिवासियों की बांसुरी  के तान व चूल्हबाजी व मस्ती के दौर से परिपूर्ण माहौल में भगोरिया ने ऐसा समा बांधा कि उस माहौल में शामिल होने के लिए सभी आतुर दिखाई दिए। भगोरिया हाट में बुधवार को आदिवासियों का भारी जन सैलाब उमड़ा सुबह 11 बजे जैसे जैसे ग्रामीणों का आना शुरू हो गया वैसे वैसे भगोरिये की धूम अपनी परवान चढऩे लगी। पर्व का दिन होने से लोगों में खूब उत्साह देखा गया। आसपास के दर्जनों गांवो से आए लोगों ने भगोरिया में शिरकत की। ग्राम के स्कूल मैदान में लोग ढोल और मांदल व बासुरी की धुन पर मतवाले होकर नृत्य कर रहे थे।  मैजिक शो, लकड़ी के झूले, शीतल पेय, ठंडा गन्ना  रस, आमरस-कुल्फी- आइसक्रीम आदि की दुकानों पर भारी भीड़ जुटी। लोगों ने इन सब का लुफ्त उठाया। ढोल एवं मंडल पर मदमस्त हो अधिकतर युवाओं की टोलियां देखी गई। बड़े-बड़े मांदल की धुन पर गहनों से लदी युवतियां का समूह झूम झूम कर नाचते दिखाई दिए। लोगों ने बर्फ के गोले कुल्फी और पान का आनंद भी उठाया। कुछ युवतियां के समूह  ड्रेस कोड में  थिरकते हुए नजर आए ।भगोरिया पर्व में  आधुनिक कला का रंग चढ़ता दिखाई दिया ।महिला आधुनिक श्रंगार करके आई, जबकि युवक जींस टी शर्ट जींस शर्ट में अपना रंग दिखा रहे थे। आधुनिकता के कारण युवक/युवतियों अपने मोबाइल से सेल्फी ले रहे थे। इस आधुनिक युग में में कई युवक युवतियां भगोरिया के एक-एक पल को अपने मोबाइल में कैद किया। जिले में अभी तक की सबसे ज्यादा भीड़ खट्टाली में देखी गई  लोग भगोरिया देखने आए।
खूब चला व्यापार
भगोरिया में जमकर व्यापार हुआ सेव, भुजिया जलेबी, माझम शीतल पेय की दुकानों पर भारी भीड़ देखी गई। भगोरिया में आने वाले लोगों को पानी की व्यवस्था की। भगोरिया का उत्साह नेताओं भगोरिया की मस्ती में मस्त होने के लिए मेले में पहुंचे। साथ भगोरिया देखने खट्टाली पहुंचे।  सभी नेता  मांदल की थाप पर अपने आप को थिरकने से भी नहीं रोक पाए। नेताओं ने खुद भी मांदल बजा कर मेले का आंनद  उठाया। व जमकर नाचे उनके साथ  अन्य नेता भी शामिल थे ।
भगोरिया हाट अपने पूरे शबाब पर थाबड़ी संख्या में ग्रामीणों ने झूले चकरी का लुफ्त उठाया। दोपहर पश्चात जैसे.जैसे आदिवासियों की टोलियां मस्ती में चूर होकर ढोल मांदल बांसुरी की धुन जगह.जगह थिरकने लगे वैसे वैसे भगोरिया का परवान चढऩे लगा। गांव से आई टोलियो ने  प्रमुख स्थानों पर पारंपरिक आदिवासी लोक नृत्य की प्रस्तुति दी जिससे हजारों ने मंत्रमुग्ध होकर निहारा नृत्य के दौरान युवाओं ने वाद्य यंत्रों की धुनों पर जमकर कुर्र कुर्र कुर्राटिया भी  लगाई। भाजपा की ओर जनपद सदस्य इंदर सिंह चौहान सरपंच पति भारतसिंह डुडवे, खट्टाली उपसरपंच मदन लड्ढा, मंडल अध्यक्ष मुकेश राठौर, पलासदा के सरपंच मुलेश बघेल, पूर्व सरपंच भावसिंह  डुडवे, ललित राठौड़, रामसिंह पटेल समेत भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे। ग्राम बड़ी खट्टाली के कस्बा पटवारी नितेश अलावा सचिव चंद्रसिंह जमरा ने  व्यवस्थाएं संभाल रखी थी। 1 दिन पूर्व ही कस्बा पटवारी व सचिव द्वारा शांतिपूर्ण भगोरिया पर्व मनाए जाने हेतु संपूर्ण व्यवस्थाओं पर नजर बनाए रखी थी।

कांग्रेस की ओर रमेश मेहता चैनसिंह डावर ने ढोल बजा कर उत्साह जाहिर किया।ओर से उपस्थित ग्रामीणों को भगोरिया की एवं होली की बधाई दी। भगोरिया हाट के लिए तिरिक्त पुलिस अधीक्षक बिट्टू सहगल, तहसीलदार निर्भय सिंह पटेल, टीआई कैलाश चौहान, चौकी प्रभारी गोविंद सिंह मारू, सक्रिय रुप से दिखाई दिए। टीआई कैलाश चौहान सक्रियता से भगोरिया हाट में कोई अप्रिय घटना घटित नहीं हुई। पुलिस प्रशासन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में काफी सक्रियता से कार्य कर रहा था काफी शांतिपूर्ण भगोरिया उत्सव मनाया। तथा अपनी परंपरा का निर्वहन कर रहे थे साथ ही पुलिस प्रशासन का सराहनीय सहयोग रहा। स्थानीय पुलिस काफी सक्रिय दिखाई दिए एवं पूरे पुलिस स्टाप के साथ पूरे कस्बे में घूमते रहे।

चाक-चौबंद रही प्रशासन की व्यवस्थाए
भगोरिया हाट को शातिपुर्वक निपटाने के लिए उचित प्रबंध किए गए थे। नगर के विभिन्न चोराहो एवं मार्गो पर प्रशासन के अमले ने व्यवस्था पूरी तरह से सुदृढ़ ढंग से संभाल रखी थी। मेलास्थल मे आने.जाने वाले पर पुलिस के जवान तैनात थे जो कि हुड़दंगियों पर नजर रखे हुए थे। पुलिस दल-बल ने शाम चार बजे से भगोरिया में आए ग्रामीणों को मेलास्थल से और नगर के गली चौराहों से उन्हे अपने घरों की और रवाना करते हुए नजर आए। भगोरिया मेले की सम्पूर्ण व्यवस्थाए एसडीओपी दिलीप बिलवाल, टी आई कैलाश चौहान, कुलदीप सिंह राठौड़ , चौकी प्रभारी गोविंद मारू, उप निरीक्षक सोबरन सिंह पाल सफलतापूर्वक सभालते हुए नजर आए। बहरहाल प्रशासन ने भगोरिया शांतिपूर्वक निपट जाने को लेकर राहत की सास ली है।