दो सरपंच, पांच इंजीनियर और चार सचिव बदल गए फिर भी नहीं बन पाई चार साल से अधूरी पड़ी 100 मीटर सड़क*

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जितेंद्र वाणी, नानपुर

आलीराजपुर जिले की ग्राम पंचायत नानपुर के मुख्य मार्ग का 100 मीटर अधूरा पड़ा हिस्सा चार साल बाद भी नहीं बन पाया है। लगभग ढाई सौ मीटर सड़क 2018 में सांसद निधि से स्वीकृत हुई थी। लेकिन यह मार्ग अब तक अधूरा ही है। अधूरे हिस्से के निर्माण में करीब 28 लाख की लागत आएगी। 

यह मार्ग नानपुर का मुख्य प्रवेश द्वार है जो कि खंडवा-वड़ोदरा स्टेट हाईवे से लगकर शुरू होता है। शुरुआत में आधा हिस्सा बना दिया गया था। जबकि 100 मीटर का हिस्सा छोड़ दिया गया था। इस दौरान दो सरपंच बदल गए, पांच से छह इंजीनियर बदल गए और चार सचिव भी बदल गए। लेकिन सड़क की हालत नहीं बदली। 100 मीटर का हिस्सा आज भी ऐसा ही है। मार्ग का निर्माण ग्राम पंचायत कार्यालय तक किया जाना है। अब तक नाली और बरसात के पानी निकासी के लिए एक साइड पाइप लाइन डाल दी गई है। गिट्टी बिछाने के बाद से करीब 5 दिनों से काम बंद पड़ा है। इस कारण सड़क पर धूल उड़ रही है। दो पहिया वाहन चालक भी गिट्‌टी के कारण फिसल रहे हैं। यहां पर ग्रामीण क्षेत्रों से आए ग्रामीण सब्जी की दुकान लगाते हैं। प्रमुख रूप से कपड़े, किराना, हार्डवेयर, ज्वेलर्स की दुकान होने से दिन भर लोगों का आना-जाना लगा रहता है। अधूरे काम के कारण लोग भी परेशानी उठा रहे हैं। इंजीनियर सुनिल बड़ौले ने बताया जल्द ही काम शुरू कर दिया जाएगा। काम शुरू होने के बाद एक पखवाड़े में सड़क तैयार हो जाएगी। 

जो हिस्सा बन चुका था वह भी बदहाल हो गया है

स्वीकृति के बाद जो आधा हिस्सा बना था वह अब घटिया निर्माण की भेंट चढ़ गया है। यहां पर गड्‌ढे हो रहे हैं। निर्माण के कुछ दिन बाद ही सड़क उखड़ गई थी। जिसकी मरम्मत करने कोई नहीं आया। ग्रामीणों ने मांग की है कि अधूरे हिस्से के निर्माण के दौरान जो पुराना हिस्सा खराब हो चुका है उसकी भी मरम्मत की जाए।