पानी की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने किया चक्काजाम, आश्वासन के बाद माने*

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बुरहान बंगड़वाला, खरडू बड़ी

रामा ब्लॉक के ग्राम खरडू बड़ी में करीब दो से तीन माह से खरडू बड़ी की सापन नदी में पानी नहीं होने से ग्रामीनजनो को पीने और अपने मवेशियों को पिलाने के लिए पानी नहीं होने से परेशान होने के बाद  ग्रामीनजनो ने कई बार इस बात की चर्चा और ज्ञापन प्रशासन और बीजेपी जिला अध्यक्ष भानु भूरिया, सांसद गुमानसिंह डामोर, पेटलावद विधायक वालसिंग मेड़ा के साथ कलेक्टर के साथ आलाधिकारियों को कई बार अवगत कराया। लेकिन इसका कोई हल नहीं निकला। जिससे परेशान होकर ग्रामीनजनो ने पानी की समस्या को लेकर गुरुवार को ग्राम खरडू बड़ी के बस स्टैंड पर चक्का जाम किया। 

अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाइश दी।

यह चक्का जाम करीब दो से तीन घंटे चला। ग्रामीनजनो का कहना है कि हमे प्रशासन को एक माह हो गया ज्ञापन दिए और पानी की समस्या बताते लेकिन अभी तक ना तो हमे संतोषजनक जवाब दिया गया नहीं धमोई तालाब से सापन नदी में पानी छुड़ाया गया जिससे कि ग्रामीणजनों के साथ किसान अपने मवेशियों को पानी पिलाने से वंचित हो रहे है। यदि अभी से ही हमे पानी नही दिया जाएगा तो गर्मी में हमारे गांव के लोगो का क्या हाल होगा हमारे साथ साथ सात से आठ गांव के लोगो को भी हमारे यहाँ की सापन नदी से पानी दिया जाता है लेकिन जब हमारे पास ही पानी नहीं होगा तो हम आस पास के गांव वालों को कैसे पानी देंगे। इसी  लिए शासन और प्रशासन से हम यह मांग करते है कि धमोई तालाब से जल्द जल्द पानी छोड़ा जाए ताकि हमारे गांववासियों को ओर मवेशियों को पानी मिल सके। 

करीब दो से तीन घंटे चले चक्का जाम पर प्रशासन से एसडीओपी बबिता बामनिया, थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह गडरिया, नायाब तहसीलदार बबिता बर्डे, रामा तहसीलदार सुनील डावर अपने बल के साथ पहुँचे ग्रामवासियों को दो से तीन दिन में धमोई तालाब से पानी छुड़वाने का आश्वासन दिया गया। जिसके बाद ग्रामीनजनो  दो से तीन दिनों में पानी नहीं आता है तो पुनः चक्का जाम करने का कहकर  चक्का जाम खत्म किया और आवाजाही चालू की। इसी के साथ एसडीओपी मेडम  सारालपाड़ा डेम पहुँच कर डेम का निरिक्षण किया और यह जाना कि इस डेम से यहाँ के सापन नदी में पानी छोड़ा जाए या नही। इस आन्दोलन में उपस्थित गांव के कापसिंग भूरिया, दिवान डामोर, रमेश डामोर, रमेश भुरजी डामोर,तड़वी रामा डामोर, विक्रम टांक,  संजय टांक, लोकेंद्र टांक, तोलसिंग डामोर, कालू डामोर, अर्पित गौड़, पूनम भूरिया, मोहन डामोर, नादु डामोर रविन्द्र डामोर,करमु डामोर एवं समस्त आस पास के ग्रामीणजन रहे।