कोरोना वारियर्स सैयद हुसैन अली इंदौर में होंगे सुपुर्द-ए-ख़ाक; झाबुआ से जाएंगे परिवार के 3 सदस्य

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विपुल पांचाल@ झाबुआ Live
9 दिन तक कोरोना से जंग लड़ते हुए झाबुआ शहर के योद्धा शासकीय टीकाकरण वाहन चालक सैयद हुसैन अली आखिरकार जिंदगी से हार गये। उपचार के दौरान कई बार उनकी हालत में सुधार नजर आया पर इस जंग में कोरोना उन पर भारी पड़ा। उनके सभी साथी चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य विभाग कर्मियों की आंखें आज नम है, क्योंकि कोरोना से जूझ रहे देश में वे कर्तव्य पथ पर खुद को बहुत आगे ले गए।
वह कोरोना पीड़ित के लिये वेक्सीन लेने गए थे बस वहीं से कोरोना की चपेट में आ गए थे, शुरुआत में उन्हें हल्का बुखार था, लेकिन 1-2 दिन बाद उनकी स्थिति खराब होने लगी थी। इसके बाद उनमे 10 मई को कोरोना होना पाया गया था। नाजुक स्थिति के चलते 12 मई को उन्हें इंदौर रेफर किया गया था। इंदौर में उन्हें कई बार वेंटिलेटर पर ले जाया गया। एक दो बार जरूर सुधार लगा पर लेकिन हालत बिगड़ती ही गई और बीती रात करीब 1 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
यह सच्चा कोरोना योद्धा अपने इस कार्य से हमेशा याद किया जाएगा।
उनका अंतिम संस्कार इंदौर के कब्रस्तान में किया जाएगा। झाबुआ से जो 3 परिवार के कोरोना नेगेटिव सदस्य है उन्हें प्रशासन द्वारा इंदौर भेजा जा रहा है। जहां वे अंतिम यात्रा में शामिल होकर विधि-विधान से उन्हें सुपुर्द ए ख़ाक करेंगे और उनके लिए दुआएं की जाएगी।