ओम नमः शिवाय का जाप करने से भगवान शंकर हर प्रकार की कामना पूरी करते हैं

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नानपुर से जितेंद्र वाणी

शिव पूजा करने एवं पंचाक्षर मंत्र ओम नमः शिवाय का जाप करने से भगवान शंकर हर प्रकार की कामना पूरी करते हैं। शास्त्रों में शिव पूजा को श्रेष्ठ पूजा बताया गया है। माता पार्वती ने भी नारद जी को गुरु बना कर पंचाक्षर मंत्र का उपदेश लेकर शिवजी की आराधना कर पार्थिव पूजा कर भगवान शंकर को पति के रूप में प्राप्त किया। 

यह बात कथा वाचक पं. श्यामदास महाराज धामनोद वालों ने राम चौक में चल रही शिव महापुराण कथा के दौरान कही। उन्होंने कहा मन मुखी बन कर पूजा करने से कुछ भी प्राप्त नहीं होता लेकिन जब गुरुमुखी बनकर शास्त्रों की आज्ञा का पालन करके हम पूजा पद्धति को अपनाते हैं तो उसके द्वारा हमारे कामना की पूर्ति होती है और महादेव की कृपा प्राप्त होती है। सती ने जब अपने तन को त्यागा तब अंत में यही वरदान मांगा कि मुझे शिव ही पति के रूप में प्राप्त हो और वही सती फिर पार्वती बनकर आई हिमाचल महाराज के यहां पर जन्म लिया और भगवान शंकर के साथ विवाह किया। शिव और शक्ति हमेशा एक है जिन्हें प्रकृति और पुरुष भी कहा जाता है और इन्हीं के सहयोग के द्वारा यह सारा जगह चलता है। प्रकृति की पूजा भी शिव पूजा है इसलिए पेड़ पौधों को लगाना नदियों को प्रदूषित होने से बचाना यह भी शिव और शक्ति की ही पूजा है जो आदि काल से चली आ रही है एवं सनातन धर्म परंपरा का अभिन्न अंग है। जीव को अगर अपना परम कल्याण करना है तो शिव की शरण में जाना ही पड़ेगा सभी देवी देवताओं ने भगवान शंकर की आराधना उपासना कर शिवकृपा को प्राप्त किया है भगवान शंकर इस जगत के माता-पिता है।