आलीराजपुर जिले में नहीं चली बसे, बस मालिकों ने अपनी मांगों के समर्थन में बस स्टैंड पर दिया धरना, मांगे पूरी होने तक नहीं चलाएंगे बसे

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पीयूष चन्देल, अलीराजपुर
जिला निजी बस एसोसिएशन के आह्वान पर शनिवार 5 सितंबर को जिले के बस मालिकों ने अपनी मांगों के समर्थन में 2 घंटे तक धरना देते हुए बसें चलाने से इनकार कर दिया है। बस मालिकों की मांग है, कि शासन बसों के यात्री किराए में 50 फ़ीसदी की दर से बढ़ोतरी करें साथ ही के फार्म वाहन सिलेंडर की अवधि 6 माह तक की बढ़ाई जाए एवं कोरोना काल में 6 माह का मोटरयान कर शून्य घोषित किया जाए।
इन तीन प्रमुख मांगों के समर्थन में बस मालिकों ने आंदोलन करते हुए बसें नहीं चलाई। स्थानीय बस स्टैंड पर बस मालिकों के धरना प्रदर्शन कार्यक्रम के दौरान जिला बस एसोसिएशन के अध्यक्ष पर्वत सिंह राठौर ने मीडिया को बताया कि गत दिवस इंदौर में इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह व बस मालिक संभागीय यूनियन के पदाधिकारियों की बैठक में सिर्फ 5 माह का टैक्स माफ करने पर ही शासन की ओर से बात कही गई है। किराया बढ़ोतरी और के फॉर्म सिलेंडर की अवधि बढ़ाने के संबंध में शासन की ओर से किसी भी प्रकार का आश्वासन बस मालिकों को नहीं दिया गया है। इस वजह से बस मालिकों की मांगे पूरी नहीं हुई है, जिसके चलते बस मालिक जिले में अपनी बसें चलाने पर तैयार नहीं है। एसोसिएशन के सचिव आशुतोष पंचोली ने बताया कि पूरे प्रदेश में बस मालिकों ने कोरोना काल के दौरान शासन प्रशासन का पूरा सहयोग करते हुए सभी निर्देशों का पालन किया है, जब बस मालिकों के हित व उनकी मांगों की बात सामने आई तो शासन इस पर सहमत नहीं हो रहा है। सिर्फ 5 माह का टैक्स माफ करने से ही बस मालिकों का कोई फायदा होने वाला नहीं है, कोरोना काल के दौरान डीजल के दाम लगभग ₹17 प्रति लीटर बढ गए हैं, इस वजह से वर्तमान में 84 रुपए प्रति लीटर में बसों का संचालन आर्थिक रूप से लाभप्रद नहीं है। अतः सभी बस मालिक इस स्थिति में बसों का संचालन करने में समर्थ नहीं है। 2 घंटे तक बस स्टैंड पर चले धरना प्रदर्शन कार्यक्रम के दौरान बस यूनियन के पदाधिकारी कृष्णकांत पंचोली, रितेश डावर, आशीष राठौड़, विनीत जोशी, हरि पंचोली, कृष्णकांत राठौड़, अशोक शर्मा, विक्की माहेश्वरी, शुभम क्षीरसागर आंबुआ, अर्पित जैन बोरी, नुरू भाई जोबट, यातायात सलाहकार कपिल कुमरावत आदि उपस्थित थे।
फैक्ट फाइल:

अलीराजपुर जिला मुख्यालय के बस स्टैंड से प्रतिदिन करीब 100 बसों का आवागमन होता है। इसके अलावा जिले के जोबट,भाबरा, सोंडवा, वालपुर, छकतला,बखतगढ़, कट्ठीवाड़ा, बोरी, नानपुर में भी आवागमन का साधन यात्री बसें है। हालांकि बसों के करीब 6 माह से बंद होने के कारण तूफान जीप, टेंपो ट्रैवलर व अन्य चार पहिया वाहन प्रतिदिन टैक्सी सेवा में इंदौर गुजरात वह प्रदेश के अन्य शहरों के लिए चलाए जा रहे हैं, जिसमें जाने वाले यात्रियों से करीब-करीब दोगुना किराया लिया जा रहा है।

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