आदिवासी समाज जिला कोर कमेटी ने वीरांगना रानी दुर्गावती मंडावी की शहादत दिवस एवं दिलीप सिंह भूरिया की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की

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फिरोज खान, अलीराजपुर

आदिवासी क्रांतिकारी विरांगना महारानी दुर्गावती मंडावी के शहादत दिवस एवं आदिवासी नेता दिलीप सिंह भूरिया की पुण्यतिथि पर स्थानीय टंट्या भील मामा चोराहे पर आदिवासी समाज जिला कोर कमेटी के सदस्य एवं पदाधिकारियों ने पूजा अर्चना के साथ माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। कमेटी के सदस्य एवं अजाक्स जिला उपाध्यक्ष रतनसिंह रावत ने कहा कि रानी दुर्गावती ने 16वीं सदी में महिला सशक्तिकरण के लिए बडा योगदान दिया,रानी दुर्गावती ने अपने शासनकाल में महिलाओं के महत्त्व को हमेशा स्वीकार किया था,नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए वे स्वयं भी इसका साक्षात उदाहरण थी। उन्होंने अपनी सेना में महिला टुकड़ी को भी शामिल किया था। उन्होंने महिलाओं को शिक्षित करने का प्रयास किया साथ ही लाखों कुटीर उद्योग से जोड़कर आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान की थी।
समिति के सदस्य एवं जयस जिला अध्यक्ष विक्रमसिंह चौहान ने कहा कि रानी के शासन में कर व्यवस्था सबसे बेहतर थी।रानी ने अपने 16 वर्ष के शासनकाल में पूरे राज्य में एक समान कर व्यवस्था लागू की थी यह कर सोने के सिक्कों और सात हाथियों से चुकाया जाता था। अफजल द्वारा लिखे गए आई-ने -अकबरी में है रानी दुर्गावती की कर व्यवस्था का विस्तृत वर्णन मिलता है।
कोर कमेटी के पदाधिकारी एवं आकास जिला महासचिव भंगुसिंह तोमर ने  स्वर्गीय बाबाश्री दिलीप सिंह भूरिया को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आदिवासी समाज के जननायक,आदिवासी राज्यों की कल्पना के स्वद्रष्टा एवं सूत्रधार,भीलप्रदेश (भिलिस्तान) राज्य की मांग करने वाले आदिवासियों के मसीहा,ग्राम सभा को मजबूती देने हेतु पेसा कानून के शिल्पकार,अंग्रेजी दारू के धुरविरोधी,राष्ट्रीय अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग एवं भूरिया कमेटी के राष्टीय अध्यक्ष तथा 5 बार लोकसभा सदस्य रतलाम-झाबुआ रहते हुए आदिवासी समाज के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है,उनके अधूरे सपने को आत्मसात कर प्रेरणा लेकर कार्य करने के लिए एवं रानी दुर्गावती के बताये मार्ग पर चलने के लिए युवाओं को प्रेरित किया। कार्यक्रम को नितेश अलावा, अरविंद कनेश,केरम जमरा,जितेंद्र चौहान आदि ने संबोधित किया।इस अवसर पर इंजीनियर दिनेश चौहान, नागरसिंह सोलंकी, गंगाराम सोलंकी, लक्ष्मण डावर,जितेन्द्र सोलंकी, भुरसिंह डावर, केरला चौहान आदि उपस्थित रहे।

महारानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर राष्ट्रीय वेविनार का हुआ आयोजन

आदिवासी समाज महिला सशक्तिकरण पर दिया जोर ओर वक्ताओं ने रखे अपने विचार
आदिवासी एकता परिषद महिला प्रकोष्ठ एवं देश के सभी राज्यों के आदिवासी समाज के समस्त सामाजिक संगठन एवं गैर सरकारी संगठनों के संयुक्त तत्वाधान में “24 जून ” महारानी दुर्गावती जी के बलिदान दिवस” पर राष्ट्रीय वेविनार का आयोजन किया गया।
जिसमे अलीराजपुर जिले की ओर से प्रतिनिधि के रूप में आदिवासी एकता परिषद महिला प्रोकोष्ठ की जिला सहसचिव गुलाबी तोमर ने सहभागिता कर जिले की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर आपनी बात रखी।
जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य की राज्यपाल महोदया महामहिम अनुसूईया उईके जी मुख्य अतिथि,आप झूमा सोलंकी जी विधायक,मध्य प्रदेश विशेष अतिथि, किर्ती वरठा  राष्ट्रीय अध्यक्ष आदिवासी एकता परिषद महिला प्रकोष्ठ, अलमा बारला  उडीसा, प्रोफेसर पोम्पी होजोंग आसम, डा.ज्योति पटेल  गुजरात, डा.दीपमाला रावत , मध्यप्रदेश, डा.देववती मंडावी छत्तीसगढ़, सुमित्रा वसावा  एडीपीओ गुजरात मुख्यवक्ता के रूप में शामिल रहकर संबोधित किया।देश के विभिन्न राज्य की प्रोकोष्ठ की नारी शक्तियां कार्यक्रम में सम्मिलित होकर अपनी बाते सांझा की। इस अवसर पर आप हीरा मीणा राजस्थान,आप सपना टोकिया  दादरा नगर हवेली ने आभार व्यक्त किया तथा कार्यक्रम का संचालन  जूही, प्रियंका होरो पीएचडी,,स्कालर,जेएनयू दिल्ली एवं  कृति चौधरी पीएचडी स्कॉलर गुजरात द्वारा किया गया।