महाविद्यालयो के अतिथि विद्वान सरकार की वादाखिलाफी पर आज उतरे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर

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 विपुल पंचाल@झाबुआ

शहीद चन्द्रशेखर आजाद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय झाबुआ सहित जिले के सभी महाविद्यालयो के अतिथि विद्वान आज से सरकार की वादाखिलाफी के कारण हड़ताल पर रहेंगें।काँग्रे्स सरकार ने अपने वचन- पत्र के बिन्दु क्रमांक- 17.22 में नियमितीकरण करने का कहा था।।परन्तु सरकार बनने के 10 माह बाद भी हमारे लिए कुछ नही किया। उल्टा मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग से चयनित उम्मीदवारो को 29 ऑक्टोम्बर से नियुक्ति आदेश देने के कारण अतिथि विद्वान बाहर हो रहे है।जबकि 12 अक्टूबर को भोपाल में आंदोलन के दौरान स्वंय उच्च शिक्षा मंत्री जीतु पटवारी जी ने कहा था,कि पहले में आप लोगो का नियमितीकरण करूँगा। जिसके लिए समिति गठित कर दी गई है।और 1300 नवीन पद सृजित करके पी.एस.सी.चयनितो को नियुक्ति दूँगा।सात दिवस में नियमितीकरण की नीति जारी कर दी जाऐगी। लेकिन आज तक कुछ नही किया गया। इसलिये सभी अतिथि विद्वान मुख्यमंत्री जी के गृहक्षेत्र छिंदवाडा़ में 2 दिसंबर से अनिश्चितकालीन आंदोलन हेतु एकत्रित हो गये है। जहाँ से पैदल रैली चलकर भोपाल में धरना- प्रदर्शन करेंगी। एक तरफ उच्च शिक्षा मंत्री जी अलग- अलग सभाओं और कार्यक्रमो में कहते फिरते है कि, हम अतिथि विद्वानो को नही हटाऐंगें।इस संबंध में कमलनाथ जी के टवीटर आफिस आफ दी कमलनाथ ने भी नही हटाने का टवीट किया है।लेकिन दुसरी तरफ रतलाम, विदिशा आदि महाविद्यालयो में पी.एस.सी.चयनितो को ज्वाईनिंग देने से बाहर हुए अतिथि विद्वानो को रखा नही गया है। वह दर-दर भटक रहे हैे इसलिए हमारी यह आखरी जंग है।जब तक सरकार लिखित में आदेश जारी नही करेंगी।तब हमारा आंदोलन जारी रहेगा। जिले के सभी अतिथि विद्वान:-
१.शंकर लाल खरवाडिया २.मध्यप्रदेश सिंह अमलावर ३.कोमल सिहं बारिया ४.जितेन्द्र नायक ५.राजेश पाल ६.मिनाक्षी माली ७.संगीता राठौर ८.प्रीति पांटेल ९.रितेश तँवर। १०.लोकेन्द्र सिंह झाला आदि आंदोलन में सरीक होने के लिए गये है।

 

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