दुरस्थ ग्रामीण अंचल के रक्तदान शिविर में ग्रामीणों ने किया 60 यूनिट रक्तदान

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रक्षित मोदी, छकतला/पियुष चन्देल, अलीराजपुर

कहावत है, कि बारह साल में घूरे के भी दिन फिरते है। कुछ लोग अलीराजपुर को लेकर अति नकारात्मक है, उन्हें लगता है, यहां कुछ भी क्रियात्मक या रचनात्मक कार्य नहीं हो सकता पर समय कब अपनी करवट लेता है, हमें खबर भी नहीं लगती ऐसा ही कुछ हो रहा है, अलीराजपुर में। जिस रक्तदान शब्द को सुनते ही अलीराजपुर के ग्रामीण लोगों में सिहरन भर जाती थी, उसी अलीराजपुर के ठेठ ग्रामीण क्षेत्र के ग्राम फुलमाल में कुछ युवाओं ने जीत व संकल्प शक्ति से 60 यूनिट रक्तदान करवा दिया, उसमें भी पांच महिला रक्तदाता है। ये है ना आश्चर्य की बात। आज से कुछ वर्ष पूर्व ही अलीराजपुर के लिए रक्तदान एक कड़ी चुनौती थी, और रक्त के लिए बड़ौदा और रतलाम से रक्त उपलब्ध कराया जाता था, पर धीरे-धीरे अलग अलग सामाजिक संगठनों के प्रयास से रक्तदान को लेकर जागृति पैदा हो रही है।
टीम रक्त दूत के कादु सिंह डुडवे ने छकतला – फुलमाल क्षेत्र में अपने सहयोगी की टीम खड़ी कर रक्तदान से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने का कार्य किया। उन्होंने अपने मित्र गोविंद जी भयड़िया के पुत्र मास्टर मयंक के पहले जन्मोत्सव को इसके लिए अवसर बनाया। जब गोविंद से इस बारे में बात की तो उन्होंने बताया कि मैं फुलमाल के पास ग्राम कुण्डवाट का निवासी हूं। मैंने सोचा अपने पुत्र का जन्मदिन कैसे मनाएं। क्यों ना मैं रक्तदान कर अपने पुत्र को जन्मदिन मनाऊ ? फिर मन में विचार आया की अपने क्षेत्र के सभी लोगों में इस बात की जागरूकता लाने के लिए कि रक्त कहीं दुकान पर नहीं मिलता और हमें स्वयं को रक्तदान करना आवश्यक है, इस हेतु रक्तदान शिविर लगाना आवश्यक है, ताकि अपने क्षेत्र में समाज के सभी लोग प्रेरित हो इसी भावना से रक्तदान शिविर का आयोजन किया। रक्तदान शिविर में छकतला से वर्तमान सरपंच सुरेश जी ठकराला और प्रवीण जी चौहान की पूरी टीम ने आकर रक्तदान किया साथ ही इंदौर से भी विशेष रूप से इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए गणेश भाई किराड़ और राहुल सस्तिया आए और रक्त दान के लिए प्रेरित किया।
फुलमाल के आसपास के गांव के युवा कुंडवाट, बड़दला, फुलमाल बड़दा, बेसवानी, पिपलिया वाट कंथारी, पानमहूदि, रातड़, मोरधी और सौरवा से भी युवाओं की टीम ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। फुलमाल के इस रक्तदान शिविर में जिन का विशेष सहयोग रहा उनमें प्रताप सिंह जी बारिया सुरेश वास्केल ,पंकज चौहान, पिंकेश चौहान, नरेंद्र बारिया, राहुल जी बामणिया, सुनील सस्तिया,भरत तोमर, नरतम भयडिया, राजेश भयडिया, फुलमाल क्षेत्र में कार्य करने वाले डॉक्टर, फुलमाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का स्टाफ और समस्त टीम रक्तदूत और ग्राम के बुजुर्गों का विशेष सानिध्य प्राप्त हुआ।

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