ग्राम पंयायतों में उपलब्ध पानी की टंकी और टैंकरों के माध्यम से गांवों में जल वितरण की व्यवस्था की जाए- विधायक पटेल

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आलीराजपुर।
गर्मी के मौसम में जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों और ग्रामों में पीने के पानी की समस्या को ध्यान में रखकर जिले की सभी ग्राम पंचायतों में उपलब्ध पानी की टंकी, टैंकर आदि द्वारा पानी की पर्याप्त व्यवस्था करने की बेहद जरूरत है। गर्मी का दौर शुरू होते ही गांवों से ग्रामीणों की परेशानिया और समस्याएं सामने आने लगी है। बडी संख्या में विभिन्न गांवों और फलियों के ग्रामीण मुझे समस्या से लगातार अवगत करवा रहे है। लेकिन प्रशासन और लोक स्वास्य यांत्रिकी विभाग द्वारा पेयजल को लेकर उदासीनता और लापरवाही बरती जा रही है। यदि समय रहते व्यवस्था नहीं बनाई गई तो ग्रामीणों को गंभीर पेयजल संकट का सामना करना पड सकता है। ये बात विधायक पटेल ने बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कही। उन्होने इस संबंध में कलेक्टर सुरभि गुप्ता को पत्र लिखकर समस्या के निराकरण की मांग की। विधायक पटेल ने बताया कि मैने अलीराजपुर विधानसभा के विभिन्न गांवों और फलियों में हैंडपंप खनन को लेकर कई प्रस्ताव भेजे है। लेकिन पीएचई विभाग द्वारा हैंडपंप खनन के लक्ष्य और बजट के संबंध में लापरवाही बरती गई। जिसके कारण कई ग्रामों के लोग पेयजल संकट का सामना कर रहे है।
ग्राम पंचायतों के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराया जाए
विधायक पटेल द्वारा लिखे पत्र में बताया गया कि अलीराजपुर जिले में अधिकांश ग्रामीण क्षेत्र ऐसे है जहां गर्मी के मौसम में हैंडपम्प, नदी और नालो में पानी सुख गया है। जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र की जनता को पेयजल हेतु बहुत ज्यादा परेशानिया उठानी पड़ती है। कुछ ऐसे भी गांव है जहा पीने के पानी के लिए लगभग 2 से 3 किमी दूर जाना पड़ता है।
जलसंकट की समस्या को देखते हुए जिले की सभी ग्राम पंचायतों में उपलब्ध पानी की टंकी, टैंकर आदि द्वारा निरंतर ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत परिवारों को पानी उपलब्ध कराया जाने के लिए आदेश कर उसकी सतत निगरानी के लिए एक टीम गठित की जाए। जिससें जलसंकट की समस्या को दूर किया जा सकें। जिले में अधिकांश पंचायतों द्वारा पानी की टंकी और टैंकर उपलब्ध होने के बाद भी उसका उपयोंग निजी तौर पर किया जा रहा है। इसकी जांच कर उचित कार्यवाही भी की जाए। जिले में पेयजल की समस्या से निपटने के लिए उक्त कार्रवाई को प्राथमिकता से किया जाए। जिससे ग्रामीणों को जलसंकट से निजात मिले।