अवैध धंधेबाजों की पनाहगाह बना नानपुर, पुलिस की कार्यप्रणाली पर लगे प्रश्नचिन्ह

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जितेंद्र वाणी (राज), नानपुर
नानपुर जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत में नियमों को ताक में रखकर बेधडक़ अवैध कारोबार अनवरत जारी है, जिसको लेकर जिम्मेदार अधिकारी आंख मूंद कर तमाशाबीन की भूमिका में है। इस कारण महिलाएं, बच्चे व सभी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। बताया जाता है कि नानपुर में कोई भी ऐसा अवैध कारोबार नहीं है इसको लेकर प्रशासन द्वारा अभी तक कोई बड़ी कार्रवाई से गुरेज करना उनकी कार्यप्रणाली पर संदेह का कारण बन रहा है।
नगर की यातायात व्यवस्था भी अब बदहाल स्थिति में है, तो वहीं अवैध शराब परिवहन, कारोबार, जीपों में ओवरलोडिंग, वाहन चोरी, गुंडागर्दी समेत शराब पीकर असामाजिक तत्वों द्वारा नगर में उत्पात मचाना अब आम बात है, लेकिन इन सबको रोकने के लिए जिम्मेदार पुलिस न जाने क्यों कार्रवाई करने से बच रही है। नानपुर में पुलिस व प्रशासन के खिलाफ लोगों का विश्वास उठता जा रहा है। मजेदार बात यह है कि पुलिस कर्मी वर्षों से यहीं टिके हुए हैं और उनकी सांठगांठ भी अवैध व्यवसाय में इजाफा कर रही है। इसी के साथ नगर में छोटी-मोटी कार्रवाई कर वाहवाही लूट लेते हैं। जीपों व छोटे वाहनों में ओवरलोडिंग सवारियों का आलम यह है कि इन छोटे वाहनों में करीब 50-50 सवारियां बैठाकर थाने के सामने से ले जाई जा रही है, लेकिन पुलिस का जांच, चेकिंग के नाम पर सिर्फ इंट्री लेने तक ही सीमित हो गया है। वहीं कई ओवरलोड वाहन दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं तो वहीं दोपहिया व चारपहिया वाहनों को असामाजिक तत्वों द्वारा तीव्र गति से चलाने से राहगीरों को टक्कर मार देते हैं और ताजे वाकई में एक महिला को एक वाहन ने टक्कर मार दी जिसके हाथ में लगी और यह प्रतिदिन चलता रहता है और विवाद होते हैं और दबंग लोगों द्वारा डरा-धमका कर भगा दिया जाता है बेचारे राहगीर व नगरवासी इन सबसे काफी परेशान है लेकिन उनकी इस परेशानी को सुनने वाला कोई नहीं है।
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