कार्यकाल बेहतर फ़िर एसडीओपी स्टेला सुलिया को 6 माह में क्यो हटाया जनता में गुस्सा

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रायपुरिया लवेश स्वर्णकार,पन्नालाल पाटीदार अजय पाटीदार 

पेटलावद एसडीओपी स्टेला सुलिया का स्थानांतरण उज्जैन करने के आदेश दिए गए है दरअसल यह एक प्रशासनिक प्रक्रिया है लेकिन स्टेला सुलिया ने 12 अगस्त 2018 को पेटलावद में जॉइन किया था । 6 माह के समय में उन्होंने इलाके को समझा ही था और अचानक उनका स्थानांतरण कर दिया गया उनके स्थानांतरण को लेकर ग्रामीणों में गुस्सा है दरअसल स्टेला सुलिया एक निडर पुलिस अफसर है जिन्होंने कम समय मे आमजनता के बीच अलग ही पहचान बनाई है । बेहतर कार्यकाल के बाद भी अचानक उनका स्थानान्तरण करना लोगो को हजम भी नही हो रहा है। जिससे इस तबादले को लेकर लोग कांग्रेस सरकार पर सवाल उठा रहे है। दरअसल ग्रामीणों का कहना है कि पेटलावद एसडीओपी सुलिया के मार्गदर्शन में 3 अज्ञात लूट के आरोपियों को पकड़ने तथा हत्या के आरोप में 24 घंटे में आरोपियों की गिरफ्तारी करने में रायपुरिया पुलिस को सफलता हाथ लगी थी यह सब एसडीओपी स्टेला सुलिया के मुखबीर तंत्र की वजह से हो पाया है । उन्होंने यहां पदस्थ होने के बाद से अनुभाग क्षेत्र के थानों चौकियों में शान्ती समिति की बैठकों में जाकर आमजनता की समस्या का त्वरित निराकरण भी करवाया है जिससे आमलोगों में उनकी छवि बेहतर बनी हुई है ।
पाटीदार समाज के अध्यक्ष नंदकिशोर मक्षा ने कहा कि एसडीओपी ने अभी इलाके को समझा ही था ओर अचानक कम समय मे अच्छा कार्य करने के बावजूद बेवजह स्थानांतरण करना समझ से परे है ।
जनपद सदस्य शंभुलाल पाठक ने कहा इलाके की अज्ञात लूट और हत्या के मामलें में 24 घंटे में आरोपियों को पकड़ने में रायपुरिया पुलिस को उन्होंने मार्गदर्शन दिया ओर ग्रामीणों से भी अपने स्तर पर जानकारी एकत्रित की थी ।
युवा नेता लक्ष्मीनारायण पाटीदार ने कहा पुरी निष्ठा निडरता और इमानदारी से काम करते हुवे जिन्होने लुट ओर हत्या जेसे मामलो को त्वरित सुलझा कर क्षेत्र मे शांति बनाने वाली महिला पुलिस अधिकारी का तबादला कांग्रेस सरकार करके इलाके में अराजक तत्वो को बढ़ावा देना चाहती है ।

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