उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक सनसनीखेज घटना में अखिल गुप्ता नाम के शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी। सूरत की दो बहनों के रेप से जुड़े आसाराम के मामले में अखिल गुप्ता अहम गवाह था। वह आसाराम का रसोइया था। आसराम से जुड़े मामले में किसी गवाह की हत्या का यह दूसरा मामला है। इसके पहले राजकोट में अमृत प्रजापति की हत्या हो चुकी है।
35 साल के अखिल को शहर के व्यस्ततम जनसठ चौराहे पर गोली मार गई। बेहद करीब से उन पर तीन गोलियां दागी गई थी। एक गोली दिल को चीरकर निकल गई थी। वहीं एक गोली गर्दन में फंसी हुई थी, जबकि एक अन्य गोली उसके शरीर में धंसी हुई मिली।
सूरत की दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। अखिल इस मामले में अहम गवाह था। उसने गांधीनगर की एक कोर्ट में बयान दर्ज कराया था। आसाराम नाबालिग से यौन उत्पीड़न के मामले में जोधपुर जेल में बंद है।
हालांकि, परिजनों ने उसकी हत्या के बाद जमकर हंगामा जरूर किया लेकिन वह इसे आसाराम केस से जोड़कर नहीं देख रहे है। एक निजी न्यूज चैनल के मुताबिक फिलहाल परिवार इस मसले को किसी भी पहलू से नहीं जोड़ रहा है। अखिल के परिजनों का कहना है कि वह काफी मिलनसार था और उसकी किसी से कोई रंजिश नहीं थी।
सूरत की दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। अखिल इस मामले में अहम गवाह था। उसने गांधीनगर की एक कोर्ट में बयान दर्ज कराया था। आसाराम नाबालिग से यौन उत्पीड़न के मामले में जोधपुर जेल में बंद है।
मुजफ्फनगर के एसएसपी एचएन सिंह इस बात का दावा कर रहे है कि अखिल के हत्यारों को जल्दी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हालांकि, वह आसाराम मामले में सरकारी गवाह था या नहीं इसकी जानकारी फिलहाल नहीं होने की बात पुलिस कह रही है।