प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी-मुनिमंडल का लिमड़ी में मंगल प्रवेश, अगवानी में उमड़े श्रद्धालु

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थांदला। आचार्य उमेशमुनिजी के सुशिष्य प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी, संदीपमुनिजी व मुनिमंडल का शुक्रवार को गुजरात के लिमड़ी नगर में मंगल-प्रवेश हुआ। प्रवर्तकश्रीजी व मुनिमण्डल का रंभापुर, दाहोद, मीराखेड़ी, कालीमहूड़ी आदि क्षेत्रो में धर्मप्रभावना करने के पश्चात लिमड़ी में पदार्पण हुआ। साध्वी पुण्यशीलाजी, किरणबालाजी, शीतलप्रभाजी, सद्गुणाजी, महकश्रीजी ठाणा-5 अपना दाहोद गुजरात का और साध्वी अनुपमशीलाजी, रेणुप्रभाजी, नेहप्रभाजी, अनंतगुणाजी ठाणा-4 अपना लीमखेड़ा गुजरात का वर्षावास पूर्ण करके पूर्व में ही लिमड़ी पधार गए थे। प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनि व मुनिमंडल की अगवानी हेतु साध्वी पुण्यशीलाजी आदिठाणा-9 और बड़ी संख्या मे श्रावक-श्राविकाएं ग्राम कालीमहूड़ी पहुंच गए थे। मंगल प्रवेश पर मेघनगर, कुशलगढ़, दाहोद, संजेली, बाजना आदि स्थानों के भी श्रावक-श्राविकाएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे। प्रवेश के दौरान श्रावक-श्राविकाएं श्रमण भगवान महावीर स्वामी, आचार्यश्री उमेशमुनिजी, प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी आदि की जय-जयकार और गुरु गुणगान करते हुए चल रहे थे। मंगल प्रवेश यात्रा गोधरा रोड, माणक बाजार होती हुई स्थानक भवन पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित हो गई। सभा को प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी व संदीपमुनिजी ने संबोधित किया। साध्वी मंडल व विनय बहुमंडल ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। प्रभावना का लाभ स्वर्गीय सरेकुंवर बाबुलालजी बम परिवार व आतिथ्य सत्कार का लाभ राजेन्द्र कुमार हीरालाल श्रीश्रीमार परिवार ने लिया। संचालन लिमड़ी श्रीसंघ के सचिव बाबुभाई कर्णावट ने किया।
प्रत्याख्यान ग्रहण किए
धर्मसभा में प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी के मुखारबिंद से श्रावक-श्राविकाओं ने उपवास, आयम्बिल, नीवीं, एकासन, बियासन आदि विविध तप के प्रत्याख्यान ग्रहण किए। इसके पूर्व सकल श्रीसंघ की नवकारसी का आयोजन हुआ। जिसका लाभ वरदीचंद केसरीमल बम परिवार ने लिया।
शनिवार को मनाया जाएगा पक्खी पर्व
प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी व मुनिमंडल व साध्वी पुण्यशीलाजी एवं साध्वी मंडल के सानिध्य में शनिवार को पक्खी पर्व जप-तप-त्याग-तपस्या व विभिन्न धार्मिक आराधना के साथ मनाया जाएगा। इस प्रसंग पर श्रावक-श्राविकाएं विविध तपाराधना करेंगे। प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी, मुनिमंडल व साध्वी मंडल के सानध्यि में यहां प्रतिदिन विविध आराधनाएं होगी इसमें लिमड़ी के अलावा अन्य क्षेत्रो के श्रावक-श्राविकाएं भी उत्साहपूर्वक भाग लेंगे।

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