स्वाध्याय प्रेमी आदित्यमुनिजी ठाणा 2 का थांदला में हुआ मंगल प्रवेश

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थांदला। आचार्यश्री उमेशमुनिजी म. सा. के सुशिष्य प्रवर्तकश्री जिनेंद्रमुनिजी के आज्ञानुवर्ती स्वाध्याय प्रेमी आदित्यमुनिजी, नवदीक्षित पावनमुनिजी ठाणा 2 का बुधवार को धर्म नगरी थांदला नगर में मंगल प्रवेश हुआ। संत मंडल का वड़ोदरा, गोधरा, लीमखेड़ा, संजेली, लिमड़ी आदि क्षेत्रों में धर्म प्रभावना करने के पश्चात यहाँ आगमन हुआ। श्रीसंघ के अध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत व सचिव प्रदीप गादिया ने बताया कि संत मंडल की अगवानी हेतु यहाँ विराजित साध्वीश्री निखिलशीलाजी, दिव्यशीलाजी, प्रियशीलाजी, दीप्तिजी ठाणा 4 व बड़ी संख्या में श्रावक श्राविकाएं लिमड़ी रोड़ पर पहुंच गए थे। प्रवेश के दौरान श्रावक श्राविकाएं श्रमण भगवान महावीर स्वामीजी, आचार्यश्री उमेशमुनिजी, प्रवर्तक जिनेंद्रमुनिजी, स्वाध्याय प्रेमी आदित्यमुनिजी, नवदीक्षित पावनमुनिजी आदि की जय जयकार एवं गुरु गुणगान करते हुए चल रहे थे। प्रवेश के दौरान श्री आदित्यमुनिजी म.सा. ने कई स्थानों पर मांगलिक श्रवण करवाई। प्रवेश यात्रा विभिन्न मार्गो से होती हुई जवाहर मार्ग स्थित दौलत भवन स्थानक पर पहुंची। दौलत भवन पर समस्त श्रावक-श्राविकाओं ने संत मंडल को सामूहिक वंदना कर विहार की सुखसाता पूछी पश्चात आदित्यमुनिजी ने श्रावक श्राविकाओं को मांगलिक श्रवण करवाई। श्रावक-श्राविकाओं ने उपवास, एकासन, नीवीं आयंबिल, बियासन आदि विविध तप के प्रत्याख्यान ग्रहण किए। 

संयमी आत्माओं के सानिध्य में विभिन्न आराधनाएं होगी

मुनि मण्डल व साध्वी मण्डल के पावन सानिध्य में यहां प्रतिदिन राई प्रतिक्रमण, प्रातः प्रार्थना, दोपहर में ज्ञान चर्चा, देवसीय प्रतिक्रमण, कल्याण मंदिर, चौवीसी आदि विविध धार्मिक आराधनाएं होगी। जिसमें श्रावक-श्राविकाएं उत्साहपूर्वक आराधना में भाग लेगे। गुरूवार से प्रतिदिन मुनि मण्डल व साध्वी मण्डल के व्याख्यान स्थानीय पौषध भवन पर प्रात: 9 से 10 बजे तक होगे।

गुरूवार को मनाया जाएगा पक्खी पर्व

श्रीललित जैन नवयुवक मंडल के अध्यक्ष रवि लोढ़ा ने बताया कि मुनि मण्डल व साध्वी मण्डल के पावन सानिध्य में श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ द्वारा गुरूवार को “पक्खी पर्व“  जप, तप, त्याग, तपस्या व विभिन्न धार्मिक आराधना के साथ मनाया जाएगा। “पक्खी पर्व“ के प्रसंग पर बड़ी संख्या में श्रावक श्राविकाएं उपवास सहित तप विभिन्न तपाराधना करेगे। कई आराधक आयंबिल, नीवीं, एकासन, बियासन आदि विविध तपाराधना करेगे। इस अवसर पर नवकार महामंत्र के जाप भी होगे। शाम को 6 : 50 बजे से पक्खी प्रतिक्रमण प्रारंभ होगा। श्रावक वर्ग का प्रतिक्रमण दौलत भवन पर और श्राविका वर्ग का प्रतिक्रमण पौषध भवन पर होगा। श्रीसंघ ने समस्त श्रावक-श्राविकाओं से मुनि मण्डल व साध्वी मण्डल के मिले सानिध्य का पूरा पूरा लाभ लेने का अनुरोध किया है।

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