गुड-फ्राइडे पर बोले फादर डांगी : माता पिता की सलाह लेने में ईश्वरीय शक्ति प्राप्ति होती है

May

रितेश गुप्ता, थांदला
गुड फ्राइ-डे भक्तिपूर्वक मनाया गया। कैथोलिक चर्च थांदला में गुड फ्राइडे (पुण्य शुक्रवार) इसाई धर्मावलंबियों द्वारा भक्तिपूर्वक माहौल में मनाया गया। कैथोलिक चर्च थांदला के पल्ली पुरोहित फादर अंतोन कटारा ने बताया कि वर्ष 2020 में लोक डाऊन के चलते गुड फ्राइडे अपने अपने घरों में रहकर मनाया गया था इस वर्ष भी कोविड- 19 महामारी को ध्यान में रखकर सामाजिक दूरी मास्क व सेनिटाइजर का उपयोग करते हुए गुड फ्राइडे भक्ति भाव से मनाया गया। गुड फ्राइडे का मुख्य भाग क्रूस यात्रा होता है जिसे दो भागों में विभाजित किया जाकर मनाया गया। प्रभु येशु क्रुस पर लटकाने से पहले कई प्रकार की यातनाएं दी गई। जिसे प्रभु येशु मनुष्य जाति के पापों के प्रायश्चित के लिए सहा अंत में क्रुस पर अपने प्राणों की आहुति दे दी।इस अवसर पर मुख्य याजक फादर राकेश डांगी ने लोगों संबोधित करते हुए कहा कि प्रभु येशु ने अपने पिता ईश्वर की आज्ञा का पालन विनम्र बनकर किया। हमे भी अपने माता पिता आज्ञा का पालन विनम्र बनकर करना है।जब बेटा जवान हो जाता है। बूढ़े मां-बाप से सलाह नही लेते है यह उनकी भूल है क्योंकि माता पिता की सलाह लेने में इस उन्हें ईश्वरीय वरदानों की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर पवित्र धर्म विधियों में फर अंतोन कटारा, फादर महेश निगेशिया, फादर सोनू वसुनिया, फादर राकेश डामोर, फादर विशाल माल आदिन ने भाग लिया।