नही थमेगी वर्षों पुरानी परम्परा, होगा दशहरे पर रावण दहन

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रितेश गुप्ता,थांदला
कोरोना के कारण नगर में 59 वर्षों से सतत होता आ रहा जिले का सबसे बड़ा दशहरा मेला इस बार नही लगेगा। मगर दशहरे पर रावण दहन की परम्परा पर विराम नही लगेगा । ज्ञात हो प्रतिवर्ष नगर परिषद द्वारा तीन या चार दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता था व पूरा अंचल उत्साह के साथ उक्त मेले में शामिल होते थे परन्तु इस वर्ष कोरोना के चलते मेले का आयोजन स्थगित किया गया व दशहरा सादगी पूर्ण ढंग से मनाए जाने का निर्णय लिया गया है। सोशल मीडिया एवं आमजन में विगत दिनों से रावण दहन होने या न होने को लेकर असमंजस की स्थिति बन रही थी। मगर नगर परिषद अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि रावण दहन की परम्परा नही रुकेगी। नगर परिशद अध्यक्ष बंटी डामोर ने कहा कि आमजन की भावनाओं के मद्देनजर एवं परम्परा को सतत रख कर इस बार भी सांकेतिक रावण दहन का आयोजन किया जाएगा। परिषद के समस्त पार्षदों के साथ बैठक का भी आयोजन किया गया था । जिसमें समस्त पार्शदों ने रावण दहन पर अपनी सहमती दी है। उक्त दहन कोरोना के नियमों को मद्देनजर रख कर किया जाएगा। दहन के समय एवं व्यवस्था पर परिषद में चर्चा कि जा रही है व रावण निर्माण भी प्रांरभ कर दिया गया है। समाजसेवी विश्वास सोनी ने बताया कि रावण दहन परम्परा अनुसार किया जाएगा। नगर के समस्त धर्म प्रेमी जनों की भावनाओं के अनुरुप पारम्परिक ढंग से रावण दहन किया जाएगा। कोविड के नियमों की तहत किस तरह से ये आयोजन हो इस पर प्रशासन से बात की जा रही है।