ट्रांसफार्मर जले को हो गए तीन दिन, आधे गांव में लो-वॉल्टेज की समस्या

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लवनेश गिरी गोस्वामी @ थांदलारोड़

थांदलारोड़ में मस्जिद के पीछे लगे ट्रांसफार्मर को जले तीन दिन हो गए है और तीन दिन से आधे गांव में वॉल्टेज कम होकर ना के बराबर है। पहले दिन तो रात्रि में आधे गांव में लाइट ही नही थी। जब ट्रांसफार्मर नया लगाने की बात थांदला विद्युत विभाग के कर्मचारियों से कही तो कहा कि ट्रांसफार्मर लाने के लिए गाड़ी की व्यवस्था आप गांव वालों को कर के देना पड़ेगी हम नही करेंगे। जब इस बात की जानकारों डी.ई. झाबुआ को दी तो बताया कि गाड़ी की व्यवस्था विभाग से ही कि जाति है फिर भी गांव में जल्दी लाइट आ सके ।यह सोच गांव वालों ने गाड़ी की व्यवस्था कर ट्रांसफार्मर झाबुआ से मंगवा लिया पर विद्युत विभाग का कोई कर्मचारी उतारने को तैयार नही जब लाइन मेंन पवन गुण्डिया से ट्रांसफार्मर उतारने की बात कही तो कहने लगे कि आपके गांव वाले कोई भी चाय-नास्ता का खर्चा नही करते बोलकर कह दिया कि जेई साहब से बात करलो।
इधर जेई साहब का फोन ही नही लगता कवरेज से बाहर ही बताता है, अब ग्रामीण अपनी समस्या किसे बताए। गांव वालों का कहना है कि जब सारे काम हमे ही करना है तो हम लाइट बिल क्यो भरते है उसमे जो मेंटनेस सर्विस चार्ज हम जमा करते वह किसलिए। अब प्रश्न यह उठता के की क्या विद्युत विभाग के कर्मचारी को शासन वेतन नही देती है जो वह ग्रामीणों से चाय नास्ते का खर्चा मांगते है?