जनजाति समाज में धर्म परिवर्तन कर आरक्षण का लाभ लेने वालों को समाज से बाहर करना चाहिए : रामदास महाराज

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रितेश गुप्ता थांदला
जनजाति विकास मंच थांदला ने मनाई सबरी माता जयंती द्वारा माता सबरी की जयंती चेनपुरी हनुमान मंदिर पर मनाई गई, जिसमे संतनारू महाराज ने माता सबरी के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि किस प्रकार सबर की बेटी सबरी ने समाज में कुरीति के खिलाफ आवाज उठाते हुए बलि प्रथा का विरोध किया था और भक्ति के द्वारा भगवान प्राप्ति का मार्ग बताया। वही सेमलिया के बहादुर महाराज ने जनजातीय तीज-त्योहारों को हमें वैज्ञानिक तथ्यों के साथ मनाने का कारण पता करना चाहिए जो कि हमारे स्वास्थ के लिए गुणकारी हो। वही रामदास महाराज ने जनजाति समाज में धर्म परिवर्तन कर आरक्षण का लाभ लेने वालो को समाज से बाहर करना चाहिए व आने वाले समय में जनगणना में भी जनजाति संस्कृति, मान्यताओं के संरक्षण में अपनी भूमिका अदा करे। इनके अलावा भारत महाराज, रूपा भगत, शांतु बारिया, सभुसिंह बारिया आदि ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक कुरीतियों को ख़त्म करते हुए जनजातीय संस्कृति का संरक्षण करने के विचार भी साझा किए गए। उक्त कार्यक्रम में लालचंद देवल, यशवंत बामनिया, मोहन सिंगाड, मानसिंह अड़, सुजीत भाबर, अकलेश कटारा, मालजी भाबर, बलवीर सिंगाड, राजू गणावा, दिलीप मुणिया, धर्मा महाराज सहित अन्य उपस्थित थे। संचालन संजय भाबर द्वारा करते हुए कहा गया कि जिस प्रकार माता सबरी ने बैर परख कर भगवान राम को दिए थे उसी प्रकार हमें आज समाज में षड्यंत्रकारियो को परखने की। आवश्यकता है। कार्यक्रम के पश्चात आभार यशवंत बामनिया ने माना।