वेतन के इंतजार में थक गई “रसोईयन”

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झाबुआ लाइव के लिऐ रानापुर से के नाहर की रिपोर्ट ॥

स्थानिय सामुदायिक स्वास्थ केंद्र पर भर्ती मरीजो, प्रसुताओ, के लिए खाना बनाने वाली महिला रसोइयन को विगत 9 माह से मानदेय नहीं मिला है। अंतिम बार  अगस्त14  में मानदेय मिला था।उसके बाद से मानदेय के बदले झिड़की व अधिकारी की धमकी ही मिली है। मानदेय नही मिलने से  रसोईयन  को बहुत  आर्थिक परेशानी का  सामना करना पड रहा है।। अपना मानदेय  लेने के लिए उन्हें बार-बार अपने उच्चाधिकारी के चक्कर लगाना पड़ रहे है।  रसोइयन अनिता वसुनिया, कृष्णा वसुनिया ने बताया की वह पिछले कही महीनो  से सी बी एम ओ मेडम को मजदूरी के बारे कह रही है। हर बार  मेडम बजट नहीं होने का बहाना कर टरका  देते हे। जिससे हमे हमारे परिवार को चलाने मे दिक्कतो का सामना करना पडा रहा है। इस मामले में  रसोइयनो ने कलेक्टर को जनसुनवाई में शिकायत भी गत मंगलवार को दर्ज करवाई है।  कलेक्टर ने मेडम को उसी समय फोन कर जल्द से जल्द मजदूरी देने बात कही। बावजूद उसके अभी तक मजदुरी नही मिली ।दुसरी कुक मोनिका अमलियार ने बताया की उसे करीब 12 माह से मजदूरी नहीं मिली।

कंजावनी चले जाओ

जब कुक मोनिका अमलियार ने सी.बी.एम.ओ उषा गैहलोत से मजदुरी के लिए कहा तो उसे कंजवानी भेजने को कहा। जब मेने लिखित में रूप में कंजावानी भेजने का लेटर माँगा तो नहीं देते। उलटे उसे नोकरी से निकालने की धमकी दे दी।रसोइयनो ने बताया कि  कुछ दिन इंतजार कर लेते  है।अगर मजदूरी नहीं मिली तो मेडम के खिलाफ कोर्ट में केस करेगे।

यह बोली जिम्मेदार—–

राज्य बजट में आवंटन नही आ रहा है।जैसे ही बजट आएगा इनको भुगतान करवा देंगे–डॉ उषा गेहलोत सी बी एम ओ राणापुर