5 रू. प्रति लीटर तक बढ़ सकते हैं दूध के दाम

May

सलमान शैख@ झाबुआ Live

पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस सिलेंडर और सब्जियों के दाम बढ़ने से अभी आम जनता का बजट बिगड़ा ही था कि दूध भी महंगा होने जा रहा है।

झाबुआ जिले के पेटलावद के कई गांव के दूध उत्पादकों ने कीमतें बढ़ाने का फैसला लिया है। बुधवार को पेटलावद में हुई बैठक में करीब 10 गांवों के दूध उत्पादक दुग्ध उत्पादक एसोसिएशन की बैठक में शामिल हुए। उन्होंने 1 अप्रैल से दूध के दाम 5 रुपए प्रति लीटर बड़ाने का निर्णय लिया है। जिससे अब आने वाले दिनों में गाय का दूध 45 रुपए प्रति लीटर और भैंस का दूध 55 रुपए लीटर हो जाएगा। दूध उत्पादकों का कहना है कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्टेशन चार्ज बढ़ा है, पशु आहार भी महंगा हुआ है। 

पेट्रोल-डीजल गैस के बाद दूध के दाम भी बढ़ेंगे?

दूध उत्पादकों कमलेश हामड़, अंकुर गुर्जर, राजाराम गुर्जर, शंभू परमार, गणेश गुर्जर का कहना है कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्टेशन चार्ज बढ़ा है, पशु आहार भी महंगा हुआ है। कोरोना काल से पहले भी दूध उत्पादकों ने दूध के दाम बढ़ाने का फैसला लिया था, लेकिन शहर में विक्रेताओं के साथ सहमति नहीं बन पाई थी। तब 2 रुपए प्रति लीटर दाम बढ़ाने की बात हुई थी, लेकिन कोरोना काल में लोगों की परेशानियों को देखते हुए दूध के दाम नहीं बढ़ाए गए थे। अब हम 10 गांवों के दूध उत्पादकों ने बुधवार को बैठक की। हमारी मांग दूध के दाम बढ़ाने को लेकर है। पिछले साल कोरोना के कारण दूध के भाव नहीं बढ़ाए गए थे, लेकिन अब खल और भूंसा का भाव बढ़ गया है, पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ गई हैं। हमारी भैंस हमको 1 से 1.5 लाख में मिलती है। इसलिए हमने दूध का भाव 55 रुपए प्रति लीटर करने का फैसला किया है। आगे शहर के दूध विक्रेताओं से जो सहमति बनेगी, तब देखेंगे। उन्होंने कहा यह बढ़ोतरी कम हैं। दुग्ध उत्पादकों की लागत बढ़ती जा रही हैं, आगे स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो भाव और बढ़ाए जाएंगे।