नगर परिषद चुनाव में अध्यक्ष के लिए एक तो पार्षद के लिए फार्म हुए जमा

May

झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
नगर परिषद चुनाव में फॉर्म जमा करवाने को लेकर कोई उत्साह शनिवार को भी दिखाई नहीं दिया। शनिवार को अध्यक्ष के लिए एक फॉर्म और पार्षद के लिए 8 फार्म जमा हुए है जिन्हें मिलाकर अब तक कुल 12 फॅार्म ही जमा हुए है। अब फॉर्म जमा करने के लिए 24 जुलाई आखरी दिन बचा है उस दिन देखना है कि कितने फॉर्म जमा होते हैं। अब तक पार्षद के लिए 104 लोग फॉर्म ले गए है वहीं अध्यक्ष के लिए 15 लोग फॉर्म ले गए है। आखिर दिन फॉर्म जमा करने को लेकर मारा मारी मचेगी।
मंडल अध्यक्ष ने डाला अध्यक्ष का फॉर्म
भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष शंकरलाल राठौड़ ने अध्यक्ष पद के लिए फॉर्म जमा करवाया है। वहीं दूसरी और भाजपा कोर कमेटी ने अध्यक्ष के अधिकृत प्रत्याशी के रूप में पूर्व नप अध्यक्ष मनोहरलाल भटेवरा का नाम घोषित किया। नाम की घोषणा होने के बाद मंडल अध्यक्ष द्वारा अध्यक्ष के फॉर्म जमा करवाएं जाने पर राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय है कि आखिर पार्टी द्वारा अधिकृत प्रत्याशी की घोषणा होने के बावजूद भी अध्यक्ष ने फॉर्म क्यों डाला,क्या इस फॉर्म के माध्यम से भाजपा कुछ और संदेश देना चाहती है।
इन्होंने जमा किए फार्म.
अध्यक्ष के लिए शंकरलाल भेरूलाल राठौड़ ने फॉर्म जमा किया। वहीं पार्षद के लिए वार्ड 1 से वंदना पति बाबूलाल काग ने फॉर्म जमा किया जो कि पूर्व में अध्यक्ष का चुनाव कांग्रेस से लड़ी थी. वार्ड 2 से बाबूलाल कन्हैयालाल काग, वार्ड 4 से मंजु दिनेश पडिय़ार, वार्ड 5 से भरतलाल धन्नालाल, वार्ड 8 से भेरूलाल नारायण और राधेश्याम मांगीलाल ने, वार्ड 15 से नानजी देवजी और राजू मोतीलाल ने फॉर्म जमा करवाया है। कांग्रेस की ओर से शनिवार को 4 फॉर्म और जमा किए गए,कांग्रेस ने अब तक पार्षद के सात फॉर्म जमा कर दिए है किंतु भाजपा की ओर से अभी तक पार्षद का एक भी फार्म जमा नहीं हुआ है। फॉर्म जमा करते समय कांग्रेस की ओर से पूर्व विधायक वालसिंह मेड़ा, ब्लाक अध्यक्ष मन्नालाल हामड़, जिला पंचायत सदस्य कलावती गेहलोत, कलसिंह भूरिया, बाबूलाल काग, जावेद शेख आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।
भटेवरा की भी राह आसान नहीं.
भाजपा के द्वारा अधिकृत प्रत्याशियों की सूची जारी की गई है. उसमें मनोहर भटेवरा का नाम अध्यक्ष के लिए है. भटेवरा  भाजपा से टिकट लाने में तो कामयाब हो गए है किंतु उन्हें इस चुनाव में कांग्रेस से ज्यादा खतरा भाजपा के अंदर के अपने विरोधियों से रहेगा,क्योंकि यहां भाजपा के कई गुट सक्रिय है जो की टिकट न मिलने पर आंतरिक नुकसान कर सकते है। इन परिस्थितियों में अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचने की राह आसान नहीं होगी। इसके लिए कई परेशानियों से भी जूझना पड़ेगा। वहीं कांग्रेस भी इस बात फायदा उठाने के लिए भाजपा में अंदरूनी विद्रोह को अपने पक्ष में करना चाहेगी। अब यह बात भविष्य के गर्भ में है कि कांग्रेस अपने प्रयासों में कितनी सफल होती है और भटेवरा लाबी कहां तक सफल होती है। भाजपा जिला उपाध्यक्ष और चुनाव सह प्रभारी हेमंत भट्ट ने बयान जारी करते हुए बताया कि भाजपा प्रदेश,संभागीय,जिला संगठन,कउर ग्रुप और विधायक निर्मला भूरिया ने जनता की भावना का सम्मान करते हुए पेटलावद नगर परिषद प्रत्याशी के रूप में मनोहरलाल भटेवरा का नाम तय किया है। पार्टी के पदाधिकारी,सभी कार्यकर्ता सहयोग प्रदान करें.
निर्दलीय बिगाड़ सकते है खेल.
इस बार नगर परिषद चुनाव पेटलावद क्षेत्र में बहुत रोचक होगा क्योंकि कई ऐसे नए चेहरे भी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपनी तैयारियां कर रहे है, जिन्हें भले राजनीतिक अनुभव अधिक न हो परंतु अपनी छवि की वजह से वे पार्टियों के उम्मीदवारों के लिए परेशानी खड़ी कर सकते है। निर्दलीय प्रत्याशी इस जुगाड़ में भी है कि पार्टियों के अधिकृत प्रत्याशियों के वोट बैंक को उन प्रत्याशियों की कमजोरियों गिनवाकर अपने पक्ष में करवाया जाए। भाजपा में खिंचतान, प्रतिद्वंद्वता और दूसरे की लकीर को छोटा करने का वातावरण बना है. वह आगे चलकर पार्टी के लिए नुकसानदायक होगा। यही बात एक सर्व सम्मत उम्मीदवार तय नहीं कर पाने में भी दिखाई दी। वहीं कांग्रेस में पहले दउर में यह दिखाने का प्रयास किया है कि वह उपरी तौर पर एकजुट है।