अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर भाजपा समर्थित सरपंच व ग्रामीणों का आंदोलन जारी, प्रशासन पर असहयोग का आरोप

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झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
ग्राम जामली में ईंट भट्टों के अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिये एक सतापक्ष के सरंपच को ग्रामीण जनता के साथ अपनी ही भाजपा सरकार के खिलाफ झंडा बुलंदकर प्रशासन की पोल खोलने को विवश होना पड रहा है। लगातार 20 वर्षो से सरपंची कर रहे अंबाराम वसुनिया ग्रामीण जनता के साथ अतिक्रमणधारियों के खिलाफ खडे है किंतु प्रशासन का कोई सहयोग नही मिल पा रहा है। आंदोलन के आज छठवे दिन आंदोलनकारियों ने एक स्वर में दोहराया कि जब तक यहां से अवैध अतिक्रमण नही हटाया जाता उनका आंदोलन समाप्त नहीं होगा। इधर ग्राम जामली में पहुंचे तहसीलदार धनजी गरवाल और टीआई भाभर को भी इस मामलें में लापरवाह होने की बात कर ग्रामीणो ने खुब खरी खोटी सुनाई। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत जामली में ईंट व्यवसाय से जुडे कुछ लोगों को प्रशासन द्वारा पट्टे जारी किये गये थे। लेकिन इन पट्टों की आड में इस व्यवसाय में लिप्त लोगो ने कई बीघा सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर लिया।
अधिकारियों पर लापरवाह होने का आरोप
आंदोलनकारियों की मांग और सूचना पर प्रभारी तहसीलदार धनजी गरवाल रायपुरिया टीआई रामलाल भाभर के साथ मोके पर पहुंचे और अतिक्रमण हटाने की रस्मअदायगी करने लगे तो ग्रामीण महिलाएं और पुरूषों उन पर उखड पडेंं। मोके पर पहुंचे जनपद उपाध्यक्ष के पति भाजपा नेता गोपालसिंह राठौर ने भी ग्रामीणों के साथ सुर में सुर मिलाते हुए अधिकारियों को कहा कि जितनी भूमि पर इनका पट्टा है उसके आतिरिक्त जो कब्जा है उसे अतिक्रमण से मुक्त कराया जाए। इस पर गरवाल वरिष्ठ अधिकारी से बात करने का कहके वापस लौट गए।
एक वर्ष से लड़ाई लड़ रहा है सरपंच
भाजपा समर्थित सरपंच अंबाराम वसुनिया ग्राम पंचायत में 20 वर्षो से सरपंची कर रहे है। ग्रामीणों की मांग और उनकी परेशानी को देखते हुए पंचायत ने ग्राम के अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिये भी बकायदा पंचायत ने प्रस्ताव भी पारित किया था। यहां अवैध अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर सरपंच और ग्रामीण पिछले एक साल से प्रशासन से गुहार लगा रहे है। लेकिन प्रशासन ध्यान देने के बजाय इस मामले में लापरवाह रवैया रख कर और पेचिदा बना रहा है। शिव सरकार मेें अपनी ही पार्टी के सरपंच के आंदोलन को लेकर भी पार्टी का रूख साफ नही है। जिससे उसकी किरकिरी भी हो रही है।
इनकी सुनो
अवैध अतिक्रमण के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी है। ग्रामीणों के साथ आंदोलनकर रहा हूं, जब तक अतिक्रमण नहीं हटेगा हमारी लड़ाई जारी रहेगी।
अंबाराम वसुनिया- सरपंच ग्राम पंचायत जामली
सरपंच और ग्रामीणों की मांग पर में अपनी टीम के साथ अतिक्रमण हटाने के लिए गया था, लेकिन वहां स्थिति ऐसी निर्मित हुई कि जनपद उपाध्यक्ष के पति और कुछ ग्रामीण पूरा अतिक्रमण हटाने की मांग पर अड़ गए जिससे टीम वापस लौट आई।
– धनजी गरवाल, प्रभारी तहसीलदार, पेटलावद

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