संस्कार संपदा अनमोल होती है, भौतिक धन के उसका मूल्यांकन संभव नहीं : डॉ. विर्वाणप्रज्ञा

May

झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
विनम्रता, व्यवहार कुशलता, श्रम निष्ठा, शांत स्वभाव और सेवा भावना वाले सत्संस्कारी व्यक्ति धरती पर उपहार के समान होते है. संस्कार निर्माण शिविर गुणों के सशक्त माध्यम बन सकते है। उक्त बात जैन श्वेतांबर तेरापंथ के ११वें अनुशास्ता आचार्य महाश्रमण की सुशिष्या श्रमणी डॉ निर्वाणप्रज्ञा ने मप्र-छत्तीसगढ़ स्तरीय संस्कार निर्माण शिविर के उद्घाटन सत्र में पूजा मेरिज गार्डन में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि व्यक्ति का बड़प्पन उसकी उपयोगिता से जुड़ा होता है। हम परिवार, समाज और राष्ट्र के लिए कितने उपयोगी बने।
122 बच्चें 5 दिनों तक लेंगे संस्कार-
संस्कार शिविर में नगर सहित करवड़, रतलाम, केसूर, बोरी, बिरमावल, थांदला, बामनिया, रायपुरिया और अन्य बेत्रों से आए 122 बच्चें 5 दिनों तक अपने घर से दूर रह कर शिविर स्थल पर ही संस्कार प्राप्त करेंगे। संस्कार शिविर के माध्यम से बच्चों में संयम, नियम, व्यक्तित्व विकास, तनावमुक्त कैसे रहे और संस्कारों को बढ़ाने के लिए विभिन्न सत्रों के माध्यम से जानकारी दी जाएगी। इसके लिए पेटलावद तेरापंथी संघ के सदस्यों द्वारा पिछले 1 माह से प्रयास और मेहनत कर आयोजन को सफल बनाने में लगे हुए है। बच्चों को शिविर स्थल पर रह कर ही पांच दिन की दिनचर्या पूर्ण करनी होगी, जिसके लिए बच्चों के लिए दिनचर्या तैयार की गई है उसी के अनुसार बच्चों को अपनी दिनचर्या बनानी होगी। आयोजन में आध्यात्मिक विकास के साथ साथ व्यक्तित्व विकास के लिए भी विभिन्न सत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। पूरे देश में पांच स्थानों पर शिविर का आयोजन हो रहा है जिसमें मालवा क्षेत्र में पेटलावद में शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर बुधवार 24 से 28 मई तक चलेगा। इस अवसर पर समणी मध्यस्थप्रज्ञाजी ने कहा कि जिस प्रकार चित्रकार वांछित चित्र का निर्माण कर खुश होता है,वैसे ही खुशी संस्कारदाता को बच्चों में संस्कारों का विकास देखकर होती है। गुरूदेव आचार्य महाश्रमण नई पीढ़ी में सत्संस्कारों के विकास को लेकर अत्यंत जागरूक है. उनकी कृपादृष्टि का ही परिणाम है – देशभर में अलग अलग संस्कार निर्माण शिवरों का आयोजन है। इस अवसर पर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष झमकलाल भंडारी,शिविर के केंद्रीय संयोजक पवन भंडारी, नगर परिषद अध्यक्ष संगीता भंडारी, महिला मंडल अध्यक्ष पुष्पाजी पारलेचा,  समागत सुरेश सुराणा ने भी संबोधित किया। ज्ञानशाला के बच्चों ने भी प्रस्तुति दी। मंगलाचरण कन्या मंडल की बहनों ने दिया। संचालन सभा के मंत्री लोकेश भंडारी ने किया और आभार उपाध्यक्ष पंकज जे पटवा ने माना।