राष्ट्रीय मानवाधिकार जिला जेल में कैदियों के बीच मनाया दीपावली मिलन समारोह

May

झाबुआ लाइव डेस्क-
भारत का महत्वपूर्ण उत्सव छोटी दीपावली पर्व राष्ट्रीय मानवाधिकार के सदस्यों ने झाबुआ के जिला सुधार गृह (जिला जेल) में कैदियों के साथ मनाई।मानवाधिकार के प्रदेशाध्यक्ष सुनील डाबी, प्रदेश उपाध्यक्ष कीर्तिश जैन एवं सम्भागीय अध्यक्ष मनीष कुमट के नेतृत्व में सम्भागीय उपाध्यक्ष पवन नाहर, सम्भागीय सचिव समकित तलेरा, जिलाध्यक्ष नीलेश परमार, जिला उपाध्यक्ष गोपाल विश्वकर्मा, कार्य समिति सदस्य गोपाल चोयल आदि सदस्यों ने जिला जेल का निरीक्षण करते हुए कैदियों से उनकी कार्यप्रणाली जानी। डिप्टी जेलर सी एल परमार ने बताया कि रोजाना कैदियों की प्रार्थना के साथ उनकी दैनिक जीवन की शुरुआत होती है और उन्हें जिला जेल में ही विभिन्न प्रकार के काम बाँटे जाते है। उनकी योग्यता के अनुसार उन्हें पारिश्रमिक भी दिया जाता है।दीपावली मिलन एवं सम्मान समारोह में कैदियों को संबोधित करते हुए एसपी महेशचंद जैन ने कहा कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की यह पहल सराहनीय है। आज देव उठनी ग्यारस होने के साथ-साथ दो महान विभूतियों का स्मरण दिवस भी है। एक लोह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जिनका योगदान देश की आजादी में अविस्मरणीय है तो दूसरी देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री जिसने नारी शक्ति से सबका परिचय करवाया इसलिए आप भी अपना यह जीवन भूल कर जब भी यहाँ से बाहर जाए एक श्रेष्ठ जीवन जीने का संकल्प लेकर जाए। समारोह में विशिष्ट उद्बोधन के लिए आमंत्रित अतिथि वक्ता में वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र कांकरिया ने कहा कि मानव जीवन में भूल होना स्वाभाविक है लेकिन उन भूलों से सीखना भी इसी मानव तन से होता है। इस जेल में यदि सभी लोग एक सादगी का जीवन बिताएंगे तो यह जेल खाली हो जायेगी। आप सभी नफरत को दिल से निकालकर सदाचार को ग्रहण करेंगे तो आपका आनेवाला जीवन खुशहाल बन जायेगा। उन्होंने सभी के खुशहाल जीवन की भी प्रार्थना की। कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष आरती भानपुरिया ने कहा कि बीती बात बिसार दे अब आगे की सुध ले हमे अपने पिछले जीवन की गलतियों का सुधार करते हुए सतत आगे बढ़ना चाहिए। सभा में अंतिम वक्ता के रूप में यशवंत भंडारी ने भी सभी सजायाफ्ता कैदियों से कहा कि अपराध हर किसी से हो सकता है और सजा से उस अपराध का बोध होता है हमे उस अपराध बोध से प्रेरणा लेकर अपने जीवन को नेकी की राह पर ले जाने की आवश्यकता है। इसलिए आप भी सभी इसी समाज का हिस्सा है और समाज की मुख्य धारा में एक बार फिर लौटने की मंगल कामना की। समारोह को यादगार और सार्थक बनाते हुए जिला कप्तान ने अतिथियों के सम्मान को कैदियों के संग साझा करते हुए अच्छा कार्य करने वाले 10 वर्ष की सजा काट रहे भैरूलाल डांगी और पारा के विकास जैन को शील्ड प्रदान की।
इनका हुआ सम्मान
प्रशासनिक सेवाओं के माध्यम से वनांचल को जाग्रत करने के लिए कलेक्टर आशीष सक्सेना एवं जिला पुलिस अधीक्षक महेशचंद जैन को राष्ट्र गौरव पुरूस्कार एवं पत्रकारिता जगत में अपनी लेखनी से सबको राह दिखाने वाले वरिष्ठ कलमकार सुरेन्द्रजी कांकरिया, एवं यशवंत भंडारी का, महिला शसक्तिकरण और समाजसेवा के कार्य के लिए आरती भानपुरिया, सामाजिक क्रांति एवं ऊर्जा के लिए जितेंद्र घोड़ावत का, क्षेत्र में श्रेष्ठ योगदान के लिए क्रमशः भूपेंद्र राठौड़ (झकनावदा), संजय कोठारी (झकनावदा), अनिल भंसाली (थांदला), विजय चौहान (झाबुआ), नीलेश भानपुरिया (मेघनगर), महेंद्र राठौर (रायपुरिया), मयूर तलेरा (थांदला) का शाल माला एवं मिठाई के पैकेट द्वारा सम्मान किया गया।
संगठन के साथ समाज के आधार इन्होंने भी जिला जेल आकर कर उनके साथ खुशियाँ बांटी
वरिष्ठ मार्गदर्शक पारसमल जैन, शैतान्मल कुमट, अभय जैन, वरिष्ठ पत्रकार तेजमल डाबी, राजेंद्र सोनी भी समारोह का हिस्सा बने उनके साथ रेखा भूरिया, दशरथ कट्ठा, भावेश मुथा, श्रीनाथ उपाध्याय, सुलभ जैन, मुकेश परमार, देवीसिंग, राकेश भुंडिया बरखा रानी नाहर भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन संगठन के सम्भागीय उपाध्यक्ष पवन नाहर ने व सम्भागीय सचिव समकित तलेरा ने आभार माना। अंत में सभी कैदियों और जेल स्टॉफ को संगठन के सदस्यों ने अपने हाथों से स्वल्पाहार एवं मिठाई बाँटी।