भोपाल पहुंचकर किसान यूनियन ने मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन

May

झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
किसान यूनियन के सदस्य भोपाल में शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से मिले। झाबुआ जिले के यूनियन के अध्यक्ष महेंद्र हामड़ के नेतृत्व में जिले का भी एक प्रतिनिधि मंडल सीएम से मिला, जिनके द्वारा सीएम को मांगों का एक लिखित पत्र सौंपा, जिस पर सीएम द्वारा आश्वासन दे कर जल्द ही निराकरण की बात कहीं गई। भोपाल से लौट कर जिलाध्यक्ष महेंद्र हामड़ ने मीडिया से चर्चा में बताया कि हमारे द्वारा सीएम को एक व्यापक मांग पत्र सौंपा गया जिसमें सब्जियों, दूध और फसलों के समर्थन मूल्य तय करने की बात कहीं गई जिसमें सोयाबीन 4000 रूपए क्विंटल, गेहूं 2000 रूपए क्विंटल,मक्का 1800 रूपए क्विंटल तथा टमाटर निर्यात के लिए पर्याप्त सुविधा प्रदान की जाए। क्योंकि क्षेत्र में टमाटर और मिर्ची का सर्वाधिक उत्पादन होता है किंतु किसानों को बाजार नहीं मिल पाने के कारण नुकसान उठाना पड़ता है। इसके साथ ही मप्र आदिवासी वित्त एवं विकास निगम, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा वर्तमान में ट्रैक्टर प्रकरण स्वीकृत नहीं होने से किसानों में शासन के प्रति आक्रोश है, जिसे जल्द चालू करवाया जाए।
स्थानीय मुद्दों पर भी हुई चर्चा-
इसके साथ ही प्रतिनिधि मंडल ने स्थानीय मुद्दों पर भी सीएम से चर्चा की, जिसमें मुख्य रूप से कोदली क्षेत्र में पिछले एक वर्ष से माही नहर का काम रूका पड़ा हुआ है जिस कारण से किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए इस क्षेत्र में माही नहर का कार्य प्रारंभ करवा कर जल्द पूर्ण किया जाए। इसके साथ ही माही नहर की एक नहर को चोरबोराली बांध में मिलाया जाए जिससे हजारों हेक्टयर भूमि सिंचित करने के लिए पानी की भरपूर पूतर्ति होगी। क्योंकि चोरबोराली बांध में प्रतिवर्ष पेटलावद नगर की पेयजल पूर्ति के लिए 35 एमसीएम पानी रिजर्व रखा जाता है जिस कारण से गेहूं की फसल के समय अंतिम पानी के लिए किसानों में विवाद होते हैं। इसलिए माही नहर को चोरबोराली बांध से जोड़ा जाए ताकी पेयजल की पूर्ति के साथ किसानों को भी सिंचाई के लिए पानी मिल सके जिसके चलते आसपास के सैकड़ों किसान गर्मी में सब्जियों का भी उत्पादन कर सकते है। इन सभी मुद्दों पर चर्चा की गई,जिस पर सीएम ने आश्वासन दिया कि जल्द ही आप की मांगों का निराकरण किया जाएगा। यूनियन के जिलाध्यक्ष ने बताया कि आगामी रणनीति के तहत यूनियन के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा जो निर्देश दिए जाएंगे, उस अनुसार आंदोलन रूपरेखा बनाई जाएगी। इसके साथ ही जिलाध्यक्ष हामड़ ने व्यापारियों, यात्रियों और क्षेत्रवासियों का आभार माना है जिन्होंने प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से दस दिवसीय आंदोलन को सफल बनाने में सहयोग प्रदान किया।
फोटो-7 मुख्यमंत्री से मिलते हुए यूनियन के जिलाध्यक्ष हामड़.