नगरीय निकाय चुनाव में इवीएम में गड़बड़ी के कांग्रेस ने लगाए सप्रमाण आरोप

May

झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट
नगर परिषद चुनाव में कांग्रेस के कार्यकर्ता चंद्रशेखर राठौड़ ने इवीएम में गड़बड़ी के सप्रमाण आरोप लगाए है। उनका कहना है कि इवीएम के माध्यम से कुल मत 305 वार्ड 9 के बूथ 12 पर गिरे, परंतु जब गणना कर परिणाम आया तो सभी प्रत्याशियों को मिलकर 306 वोट हो गए आखिर यह कैसे हो गया। वहीं अध्यक्ष के लिए सारे प्रत्याशियों के मतों की गणना की जाए तो वह 304 आ रही है। आखिर इस प्रकार की बड़ी गड़बड़ कैसे हुए एक ही वार्ड में 305 मत गिरे है जिसमें से पार्षदों को गणना के दौरान 306 मत हो रहे है और अध्यक्षों को 304 मत हो रहे है। यानी कि कहीं न कहीं तकनीकी त्रुटि हुई है। ये इवीएम मशीनों में गड़बड़ी है जिसकी जांच होना चाहिए। आखिर इस प्रकार कैसे हो सकता है। 305 मत गिरने के बाद 306 मत सभी को मिलकर कैसे प्राप्त हो सकते हैं। यह सारा गणित किस प्रकार से गड़बड़ हो रहा है। इस संबंध में चंद्रशेखर राठौड़ का कहना है कि मैं चुनाव आयोग में भी शिकायत करूंगा साथ ही मौका आने पर न्यायालय में भी जाएंगे। मेरी मांग है कि यदि इवीएम में गड़बड़ हुई है तो वार्ड 9 के चुनाव पुन: करवाएं जाए क्योंकि एक वोट कम ज्यादा आ रहा है। यानी और भी कुछ गड़बड़ हो सकती है।
यह है प्राप्त मतों की संख्या-
वार्ड 9 के बूथ 12 पर कुल 305 मत गिरे थे जिसमें 148 पुरूष और 157 महिलाओं ने मतदान किया था किंतु गणना के बाद प्राएंत मत के अनुसार भावना चंदु राठौड 102 मत, माया राजू सतोगिया 147 मत, मंजू हरिशंकर राठौड़ 38 मत,पूजा चौहान 17 मत और नोटा पर 02 मत गए. जिनका टोटल 306 हो रहा है।
आखिर यह 1 मत कहां से बड़ा
इसी प्रकार अध्यब के लिए 12 नंबर बूथ पर बाबूलाल काग को 29 मत, मनोहर भटेवरा को 208 मत, गौतम को 62 मत और नोटा पर 5 मत गए. यानी अध्यक्ष में 304 मत आ रहे है। अध्यक्ष के वोट में एक वोट अविधिमान्य वोट यहां हुआ है। इसलिए अध्यक्ष के तो 305 वोट बराबर गिरे है।