खुलासा: फिल्मी स्टाईल में कार से आये थे लुटेरे; इसलिए रची थी लूट की साजिश .. ..

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सलमान शैख़@ झाबुआ Live

फिल्मी स्टाईल में दिनदहाड़ें बदमाशों द्वारा एक व्यापारी के मुनीम के साथ सूने रोड़ पर आंखो में मिर्ची पाउडर छिड़ककर लाखो रूपए लूटने की वारदातमा का पेटलावद पुलिस ने चंद घंटो में पर्दाफाश कर दिया। इसकी साजिश ज्यादा पैसे कमाने की लालच में दो युवकों ने रची थी। पुलिस ने एक आरोपी युवक को तो धरदबोचा, लेकिन दूसरा साथी मौका देख भाग निकला। पुलिस जल्द ही उसे भी पकडने की बात कह रही है।ऐसे दिया वारदात को अंजाम-
शुक्रवार को पेटलावद पुलिस थाने में इस वारदात को खुलासा करते हुए एसडीओपी सोनू डावर और टीआई संजय रावत ने बताया राजेश जो कि रतलाम के व्यापारी का मुनीम है, वह बामनिया से रतलाम जा रहा था। पेटलावद-बामनिया मार्ग पर जैसे ही वह चापल्दा घाटी के थोड़ा आगे पहुंचे, इतने में पीछे से एक स्वीफ्ट गाड़ी (जीजे 06 डीजी 1110) फिल्मी स्टाइल में उनकी बाइक के आगे आकर रूकी और कार के चालक ने उतरकर मिर्ची राजेश और उसके साथी की आंखो में छिड़क दी और फिर दोनो के साथ मारपीट कर राजेश के गले में टंगा बेग छिन लिया और भाग निकले। बैग के अंदर करीब ढाई लाख रूपए व जरूरी कागजात थे। पुलिस ने अज्ञात आरोपियो के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
बदमाशो तक ऐसे पहुंची पुलिस-
वारदात के बाद एसपी आशुतोष गुप्ता ने घटना के बाद तत्काल बड़े स्तर पर सर्च अभियान चलाने के निर्देश दिए। इसके बाद पुलिस टीम ने कई स्थानों पर नाकेबंदी व चैकिंग शुरू की। आसपास के सीसीटीवी कैमरों की मदद भी ली गई। जिससे पुलिस बदमाशों तक पहुंची और अमरगढ़ रोड़ पर जा रही स्वीफ्ट कार का पीछा किया। पुलिस ने एक बदमाश का तो कार को रोककर पकड़ लिया, लेकिन दूसरा बदमाश मौका देख भाग निकला। पकड़े गए आरोपी ने अपना नाम लक्ष्मण पिता बाबू भूरिया निवासी ढाढनिया (मेघनगर) होना बताया। इसके साथ उसके साथी का नाम दिनेश पिता कालिया परमार निवासी उदयगढ़ बताया। आरोपी लक्ष्मण ने पूछताछ में लूट की वारदात को अंजाम देना कबूल किया। उसने पुलिस को बताया कि वह और उसका साथी रायपुरिया से एक दुकान से उसके पीछे लग गए थे और उसका पीछा कर रहे थे। मिर्ची मसाला भी उन्होनें रायपुरिया से ही लिया और चापल्दा घाटी पर वारदात को अंजाम दे दिया। पुलिस ने घटना में उपयोग में लाई गई कार, एक देशी पिस्टल, एक जिंदा कारतूस भी जप्त की। साथ ही 2 लाख 45 हजार 585 रूपए भी बरामद किए। इस पूरी वारदात के खुलासे में एसडीओपी सोनू डावर, टीआई संजय रावत, उपनिरीक्षक नरेश ननामा, सउनि अंबाराम, सउनि चंद्रपाल, सउनि लाखन भाटी, प्रआर कृष्णा, आरक्षक रवि डावर, रवि, जितेंद्र, गुलाब, अनिल, लालसिंह, सुनिल का सराहनीय योगदान रहा। एसपी ने टीम को पुरस्कृत करने की भी घोषणा की।

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