आतंकवाद का इस्लाम से कोई ताल्लूक नहीं, धर्म के साथ मुल्क से भी करें प्यार

May

SALMAN SHAIH@ JHABUA Live..

ईद का पर्व हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिशाल पेश करता है। ईद पर हर शक्स एक-दूसरे को जो मुबारकबाद देता है वह इस बात का सबूत है कि हम धर्म के साथ अपने वतन से भी प्यार करें और अच्छे इंसान बनें। हिन्द, मुस्लिम, सिख, ईसाई, यह सब अलग-अलग मजहब है, लेकिन उसके पहले हम सब भारतीय है, यदि हम सब मिलकर रहेंगे तो दुनिया की कोई ताकत हमें तोड़ नहीं सकती।

यह बाते पेश इमाम अब्दुल खालिक साहब ने ईद के दौरान तकरीर में समाजजनो के बीच कही।आपने आगे कहा आतंकवाद का इस्लाम से र्को ताल्लकु नही है। बेगुनाह लोगो का कत्ल करना पाप है। जो इस पाक व मुकद्दस मुल्क को तोडऩे की कोशिश कर रहे हैं इंशाअल्लाह वे अपने मंसूबे में कभी कामयाब नही होंगे। इंसानियत से बढक़र कोई धर्म नही है। इंसान को इंसान की भलाई में ही कार्य करने चाहिए।

उन्होनें कहा सब आपस में भाईचारा बनाकर रखें और देश के प्रति वफादार रहें। मुस्लिम समाज ने बुधवार को धूमधाम से ईद मनाई। ईमाम साहब ने सभी धर्मो का सरल उदाहरण देते हुए धर्म का काम है मानव को जोडऩा है। प्रेम ही सृष्टि का आधार है। मुसलमानो में तालिम का अभाव है यही वजह है कि मुस्लिम समाज का विकास नही हो पा रहा है। दीनी तालिम के अलावा तकनी िशिक्षा भी दिलानी चाहिए, ताकि वे रोजगार की दिशा में आगे बढ़ सके।

शहर काजी हाजी निजामुद्दीन साहब ने समाजजन को ईद की नमाज अदा करवाई। नमाज के बाद हाजी साहब ने समाजजनो के बीच कुतबा सुनाया। समाजजन ने नमाज के बाद हाजी साहब और शहर के ईमाम अब्दुल खालिक साहब को मुसाफा करके ईद की मुबारकबाद दी। नमाज के बाद सिवैयां का दौर चला। सभी ने एक-दूसरे को ईद की बधाई दी। शीर-खुरमा खाने खिलाने के साथ समाजजन ने शहर के हापीज एवं आलिम साहब को ईद की बधाई समाज के सदर आदि के साथ सभी समाजजन ने दी। दी। इसी के साथ मुबारकबाद का दौर दिनभर घर-घर बाजार में चलता रहा।

मांगी रब से अमन-चैन की दुआ-

या अल्लाह तेरे फज्ल और करम से रहमतों की बारिश कर दें। हम गुनहगार बंदे तुझ से मांग रहे है। तू ही हमारा परवरदिगार तुझसे ही मांगते है तू नहीं सुनेगा तो कौन सुनेगा। या अल्लाह हम पर रहम फरमा, करम फरमा, इस मुकद्दस रमजान माह की बरकतो से रहमतों की बारिश कर दें। ए अल्लाह हमारे मादरे वतन हिन्दुस्तान में अमन-चैन आपस में मोहब्बत, भाईचारा और खुशहाली पैदा फरमा। या अल्लाह रहमत वाली बारिश नाजिल फरमा, ए अल्लाह हमारे मुल्क की दुश्मनों की नजर से हिफाजत फरमा और मुल्क के शरपसंद लोगों से महफूज रख। लोगों की जान-माल को खतरा पैदा करने वाले लोगों से निजात दिला। हमारे मुल्क के अमन और भाईचारे को किसी की नजर न लगे। ईद की नमाज के बाद बड़े ही एहतराम और अकीदत के साथ बारगाह-ए-इलाही में हाथ फैलाकर देश में अम्न और अमान केअलावा बारिश होने की दुआ मांगी।

प्रशासन की रही निगरानी-

नमाज के समय एसडीओपी श्रीमती बबिता बामनिया, रायपुरिया थाना प्रभारी श्रीमती कोशल्या चौहान, पटवारी हिम्मतसिंह देवलिया के साथ पुलिस ओर प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी पूरे समय निगरानी रखते हुए अलर्ट रहे।

समाजजनो को दी बधाई-

वहीं ईद की नमाज के बाद नपं अध्यक्ष मनोहरलाल भटेवरा ने ईदगाह पहुंचकर सभी समाजजनो को ईद की बधाई दी। मुस्लिम समाज के सदर राहील रजा मंसूरी, शहर काजी हाजी निजामुद्दीन काजी सहित अन्य समाजजनो ने नं अध्यक्ष और पुलिस और प्रशासन को ईद की मुबारकबाद दी। इसी कड़ी में विधायक वालसिंह मैड़ा ने भी समाजजनो को दूरभाष के माध्यम शुभकनाएं प्रेषित की।