प्रधानमंत्री सडक़ निर्माण में भ्रष्टाचार की बू, रोड के दोनों किनारों मुर्रम की जगह मिट्टी डालने से राहगीरों की हो रही जमकर फजीहत
भूपेंद्र बरमंडलिया, मेघनगर
सडक़ निर्माण की आस में वर्षो से आस लगाये मेघनगर-रंभापुर मार्ग पर स्थित पांच दर्जन से अधिक गांव के निवासियों का सपना तब पूरा होता दिखा। जब प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत भारी भरकम धनराशि से निर्माण कार्य शुरू लेकिन रोड सकरा व गुणवत्ताविहीन बनाकर काफी समय बात तैयार किया गया। सडक़ बनाने वाले ठेकेदार को 5 साल तक इस सडक़ की मरम्मत की जिम्मेदारी होती है। ताजा मामले में मेघनगर-रंभापुर सडक़ मार्ग में सडक़ की साइड बारिश से पहले ही दब गई जबकि मुर्रम डाली गई थी। उक्त सडक़ में भ्रष्ट ठेकेदार द्वारा रोड के मानकों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। सडक़ के दोनों और पीली मिट्टी डाल दी गई व सिंगल पट्टी रोड होने से जब वाहन एक दूसरे को क्रॉस करते है तो धूल का गुबार उठता है जो राहगीरों को काफी दिक्कत देता है। चालक को धूल उडऩे की वजह से सामने का वाहन को टकराने का का भय हमेशा बना रहता है। साथ ही सडक़ किनारे बने ग्रामीणों एवं दुकानें जिससे गाड़ी गुजरने से धूल उड़ती है जिससे फेफड़े, नाक और गले संबंधित बीमारियों का खतरा बना रहता है। इसके चलते राहगीरों में जिम्मेदार अमले के प्रति रोष बना हुआ है। राहगीरों का कहना है कि जिम्मेदार ठेकेदार ने सडक़ के दोनों साइड पर मिट्टी डाल दी और उसे रोलर चलाकर दबाया भी नहीं गया। गौरतलब है कि राहगीरों के आवागमन का मात्र यही रास्ता है इस मार्ग को तय किये बगैर न तो वह तहसील मुख्यालय सहित कहीं भी नहीं जा सकते। लोगों का कहना है कि सडक़ पर ठेकेदारों की उदासीनता के चलते राहगीरों की परेशानी बनी हुई है लेकिन जिम्मेदार अमले बेपरवाह बना हुआ है। पूर्व सरपंच रंभापुर व सरपंच रंभापुर बाबू सिंह गणावा, विधायक वीरसिंह भूरिया एवं नगर के कई पत्रकारों ने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री सडक़ निर्माण कार्यालय के जीएम अहिरवार को की। जीएम द्वारा इंजीनियर पंकज मालवीय को तत्काल प्रभाव से आदेश करके स्थिति सुधारने की बात कही गई। गौरतलब है कि सरकार व प्राइवेट ठेकेदार पद्मावती कंस्ट्रक्शन की मिलीभगत से यह निर्माण किया गया था जिसकी भ्रष्टाचार की परतें खुल रही है।
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